टुकेश्वर लोधी, आरंग। बीते दिनों Lalluram.com ने आरंग के गौरभाट रेत खदान को अवैध रूप संचालित करने के लिए करोड़ो रूपये में सौदा होने की खबर को प्रमुखता के दिखाया था। जिसके बाद से शासन प्रशासन से लेकर रेत माफियाओं और ग्राम गौरभाट के जिम्मेदार लोगों में हड़कंप मच गया था। इस नीलामी का वीडियो भी तेजी से वायरल हो रहा है। इस बीच यह बात भी सामने आ रही है कि रेत खदान की अवैध नीलामी में ग्राम पंचायत गौरभाट की सरपंच दुर्गा निषाद के पति भागवत निषाद के भी मौजूद रहने का दावा किया जा रहा है।

बता दें कि नीलामी के वायरल वीडियो में भी सरपंच पति भागवत निषाद को देखा जा सकता है। इस बात का खुलासा रविवार को अवैध नीलामी में शामिल हुए एक व्यक्ति ने किया है। नाम का खुलासा नहीं करने की शर्त पर उस व्यक्ति ने बताया कि नीलामी रविवार सुबह 11 बजे से शुरू हुई जो शाम 7 बजे तक चली। ग्रामीणों द्वारा नीलामी में शामिल होने वाले लोगों को 50,000 रूपये जमा करने को बोला गया था, जो नीलामी के बाद वापस की गई। जानकारी के मुताबिक, गौरभाट रेत खदान के अवैध नीलामी की बोली में शामिल होने 28 लोग पहुंचे थे। जिन्होंने रेत खदान के लिए बोली लगाई। इसके बाद अंत में सबसे अधिक बोली ग्राम छटेरा के एक व्यक्ति ने 1 करोड़ 4 लाख रूपये की बोली लगाई। नीलामी के दौरान ग्रामीणों द्वारा कई नियम एवं शर्तें लागू की गई है।

देखें वीडियों –

बड़ा सवाल : खुलेआम अवैध नीलामी लेकिन इसकी जानकारी प्रशासन को क्यों नहीं ?

गौरतलब है कि गौरभाट रेत खदान की अवैध नीलामी का वीडियो वायरल होने के बाद ऐसे कई सवाल है जो शासन प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारियों और कर्मचारियों पर उठ रहे है। सबसे बड़ी बात अवैध नीलामी में बड़ी संख्या में बोली लगाने वाले लोग और ग्रामीण मौजूद थे। यह नीलामी सुबह 11 बजे से शाम 7 बजे तक खुलेआम पंडाल तान कर हुई, सिर्फ यही नहीं बाकायदा लाउडस्पीकर से बोली लगाई गई और गौरभाट रेत खदान को ग्रामीणों ने 1 करोड़ 4 लाख रूपये में अवैध रूप से बेच दिया। लेकिन इस बात की खबर शासन और प्रशासन को नहीं लगी, जबकि किसी भी ग्राम पंचायत के सचिव और कोटवार को पंचायत की सभी गतिविधियों के बारे में पता होता है। ऐसे में ग्राम पंचायत गौरभाट के सचिव और कोटवार की भूमिका भी संदिग्ध नजर आ रही है जिन्होंने अपने दायित्वों का निर्वहन नहीं किया। अगर ग्राम सचिव और कोटवार द्वारा शासन प्रशासन को सूचना मिलती तो ये अवैध बोली रुक सकती थी और तुरंत जिम्मेदारों पर कार्रवाई भी हो जाती।

वहीं, ग्राम पंचायत गौरभाट की सरपंच दुर्गा निषाद जो ग्राम विकास के लिए शासन प्रशासन से हरसंभव मदद लेती है, लेकिन उनके द्वारा भी इस अवैध नीलामी की सूचना संबंधित अधिकारियों को नहीं दी गई। जबकि सरपंच दुर्गा निषाद का पति और सरपंच प्रतिनिधि भागवत निषाद के अवैध नीलामी में शामिल होने की बाते सामने आ रही है। ऐसे में देखने वाली बात है कि शासन और प्रशासन को गुमराह करने वाले लोगों पर कब कार्रवाई होती है।

गुरुवार को सरपंच सहित ग्रामीणों के बयान होंगे दर्ज

आरंग तहसीलदार सीता शुक्ला ने बताया कि मामले की जांच के लिए खनिज विभाग की टीम ग्राम पंचायत गौरभाट भेजा गया है,जांच दल द्वारा वायरल वीडियो के आधार पर पूछताछ की जाएगी और गुरुवार को सरपंच सहित ग्रामीणों के बयान दर्ज करेगी। जांच के बाद दोषियों पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।

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