रायपुर. छत्तीसगढ़ के 11 लोकसभा क्षेत्रों के लिए फूंक चुकी चुनावी रणभेरी के बीच रायपुर लोकसभा क्षेत्र की जनता का मूड जानने और चुनावी मुद्दों की पड़ताल करने स्वराज एक्सप्रेस और लल्लूराम डॉट कॉम की टीम जुटी हुई है. इस कड़ी में स्वराज एक्सप्रेस पर संपादक छग मनोज सिंह बघेल के साथ ‘सत्ता का संग्राम’ का प्रसारण रायपुर के निगम गार्डन से सोमवार को रात 8 बजे किया जाएगा.

इस कार्यक्रम में सार्थक टीएमटी के साथ लल्लूराम डॉट कॉम की सहयोगी संस्था स्वराज एक्सप्रेसआरती ग्रुपआईएसबीएम यूनिवर्सिटीजोफ स्पाइसेसट्रेवल पार्टनर व्यास ट्रेवल्सहॉस्पिटल पार्टनर श्री बालाजी सुपर स्पेशियालिटी हॉस्पिटलफायर सल्यूशन पार्टनर सेफ प्रो इवेंट पार्टनर हैं. 

लोकसभा के पहले चुनाव के साथ अस्तित्व में आए रायपुर संसदीय क्षेत्र का न केवल प्रदेश के बल्कि देश के राजनीतिक इतिहास में एक अहम स्थान है. इस सीट पर आजादी के समय कांग्रेस के अध्यक्ष रहे आचार्य कृपलानी ने चुनाव लड़ा था, तो यहां से चुनाव जीतकर समाजवादी नेता पुरुषोत्तम लाल कौशिक ने भी अपनी राष्ट्रीय पटल पर पहचान बनाई. यहां से निर्वाचित कांग्रेस नेता विद्याचरण शुक्ल का आपातकाल के दौरान और बाद में भी राष्ट्रीय राजनीति में दबदबा रहा. वहीं गांधीवादी और किसान मजदूर आंदोलन के प्रणेता केयूर भूषण भी इसी रायपुर संसदीय क्षेत्र से दो बार सांसद रहे.

बीते दो दशक से रायपुर लोकसभा सीट से जीतकर आ रहे रमेश बैस का टिकट काटकर इस बार भारतीय जनता पार्टी ने सुनील सोनी को टिकट दिया है, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस ने रायपुर महापौर प्रमोद दुबे की लोकप्रियता पर भरोसा करते हुए उन्हें लोकसभा का टिकट दिया है. लोकसभा चुनाव का दोनों प्रत्याशियों का पहला अनुभव है, जिसमें कौन पुराने अनुभवों के जरिए और कार्यकर्ताओं को साथ लेकर जीत का पताका फहरा पाएगा, यह 23 मई को ही स्पष्ट होगा, लेकिन जीत के लिए इन प्रत्याशियों ने क्या रणनीति बनाई है, जनता के बीच इन प्रत्याशियों की कैसी छवि है, कौन से मुद्दे चुनाव में मतदाताओं को प्रभावित करेंगे, इन सबकी हम सत्ता के संग्राम में पड़ताल करेंगे.