न्यूयार्क। जम्मू-कश्मीर को लेकर ऐसा लग रहा था कि इस्लामिक देशों ने मामले चुप्पी साधकर एक तरह से भारत का समर्थन किया है, ऐसे में संयुक्त राष्ट्र महासभा से इतर आयोजित एक बैठक में सऊदी अरब के विदेश मंत्री प्रिंस फैसल बिन फरहान बिन अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर के मुद्दे पर टिप्पणी कर मामले को फिर गरम कर दिया है.

इस्लामिक संगठन (OIC) की ओर से आयोजित बैठक में सऊदी अरब के विदेश मंत्री प्रिंस फैसल बिन फरहान ने जम्मू और कश्मीर की मुस्लिम आबादी के प्रति अपना समर्थन व्यक्त करते हुए कहा कि सऊदी अरब मुस्लिम लोगों की इस्लामिक पहचान और उनकी गरिमा बनाए रखने में हमेशा उनके साथ खड़ा है.

सऊदी विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान के अनुसार, बैठक में सऊदी अरब के विदेश मंत्री फैसल बिन फरहान ने कहा कि जम्मू कश्मीर समेत कोई भी क्षेत्र जो संघर्ष और अशांति से जूझ रहा है, सऊदी अरब हमेशा उनके साथ खड़ा है. मुस्लिम लोगों की इस्लामी पहचान बनाए रखने के प्रयासों में सऊदी अरब हमेशा साथ खड़ा है.

बैठक के दौरान सऊदी अरब ने जम्मू-कश्मीर मुद्दे को क्षेत्र की सुरक्षा और स्थिरता के लिए गंभीर चुनौती बताया है. सऊदी अरब ने चेतावनी के लहजे में कहा है कि अगर इस मुद्दे को नहीं सुलझाया गया तो इस क्षेत्र में और अस्थिरता बढ़ेगी.

मध्यस्थता की पेशकश

फैसल बिन फरहान ने आगे कहा कि सऊदी अरब हमेशा संघर्ष में शामिल पक्षों के बीच मध्यस्थता करने, संघर्ष को कम करने और अंतरराष्ट्रीय प्रस्तावों के अनुरूप शांतिपूर्ण समाधान लाने के लिए मदद करने के प्रयास में शामिल रहा है. बैठक में सऊदी अरब के अंतरराष्ट्रीय बहुपक्षीय मामलों के मंत्री अब्दुलरहमान अल-रस्सी और विदेश मंत्री कार्यालय के महानिदेशक अब्दुलरहमान अल-दाऊद ने भी हिस्सा लिया था.