संदीप सिंह ठाकुर, लोरमी. जिले के लोरमी की जीवनदायिनी मनियारी नदी बचाओ अभियान के तहत संकुल स्रोत केंद्र बिठलदह के सैकड़ों स्कूली बच्चों सहित शिक्षकों ने जागरूकता रैली निकालते हुए मनियारी नदी के अस्तित्व को बचाने अनोखी पहल की शुरुआत की है. इस दौरान मनियारी की सुनो पुकार, आओ करें इसका उद्धार के नारे से आस-पास के गांव गूंज उठे.

बता दें कि नदी में कचरे का अंबार भरा पड़ा है. इतना ही नहीं, यह नदी कचरों से अटा पड़ा है. जिसके बाद भी इस नदी को देखते हुए सफाई के लिए किसी तरह नगर पंचायत के अधिकारियों व अन्य जनप्रतिनिधियों द्वारा किसी तरह कोई पहल नहीं की जा रही है. जिसके चलते नदी में दूषित जल ठहरा हुआ है. नदी बचाओ अभियान रैली की शुरुआत महरपुर, नवागांव वेंकट से हुई जो बिठलदह में नदी स्थल पर पहुंचकर समाप्त हुई. नदी बचाने के लिए आयोजित इस जागरूकता रैली में संकुल स्रोत केंद्र बिठलदह के शासकीय प्राथमिक शाला महरपुर, नवागांव वेंकट, बिठलदह, शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला बिठलदह और सरस्वती शिशु मंदिर नवागांव वेंकट के सैकड़ो छात्र छात्राओं ने हिस्सा लिया. गांवों की गलियों में गुजरती हुई यह रैली मनियारी नदी के तट पर जाकर सफाई करने व वृक्षारोपण के साथ समाप्त हुई.

मनियारी नदी बचाओ अभियान के संयोजक व संकुल समन्वयक शरद डड़सेना ने बताया कि इस रैली का मुख्य उद्देश्य मनियारी नदी के अस्तित्व को बचाए रखने के लिए आने वाली पीढ़ी को जागरूक करना है. जागरूकता रैली के माध्यम से मनियारी के आसपास गांव के रहवासियों को नदी की नियमित सफाई के लिए प्रेरित करना भी एक उद्देश्य है. वही रैली के दौरान स्कूली बच्चों ने मनियारी नदी बचाने के संबंध में बुलंद आवाज के साथ कई नारे लगाते हुए आसपास के चौक चौराहों में मनियारी नदी बचाने के संदेश हेतु पोस्टर भी चिपकाए.

साथ ही बिठलदह मनियारी नदी के तट पर पहुंचकर रैली में शामिल बड़े बच्चों व शिक्षकों ने आसपास की सफाई की. नदी के तट पर कई पौधे भी रोपे गए, रोपित पौधों की देखभाल की जिम्मेदारी इस गांव में रहने वाले छात्र-छात्राओं ने ली है. गौरतलब है कि मनियारी नदी को प्रदूषण से बचाने के लिए छात्र-छात्राओं के द्वारा क्षेत्र में ऐसी पहली बार रैली निकाली गई.