Savings Account Interest Rates. भारत में ज्यादातर लोगों का बैंक में बचत खाता है. ज्यादातर लोग अपना पैसा सेविंग अकाउंट में ही रखते हैं, भले ही बैंक उस रकम पर कितना भी ब्याज दे दें. मुनाफा कमाने के लिए लोग अपना पैसा शेयर बाजार या म्यूचुअल फंड में लगाते हैं.
आपको बता दें कि बचत खाते पर ब्याज दर की गणना दैनिक क्लोजिंग बैलेंस के आधार पर की जाती है. बचत खाते का ब्याज हर महीने या तिमाही में एक बार खाताधारक के खाते में जमा किया जाता है. इस ब्याज की राशि आपके बचत खाते में रखी राशि पर निर्भर करेगी. आज हम आपको ऐसे बैंकों के बारे में बताने जा रहे हैं जो ग्राहकों को बचत खाते पर अधिक ब्याज दर दे रहे हैं.
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया
देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की बचत ब्याज दर के मुताबिक, बैंक अपने ग्राहकों को बचत खाते में 10 करोड़ रुपये तक की राशि रखने पर 2.70 फीसदी की ब्याज दर देता है. वहीं, बैंक 10 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम पर 3 फीसदी की दर से ब्याज देता है.
HDFC BANK
देश के सबसे बड़े निजी बैंक एचडीएफसी की बचत ब्याज दर के अनुसार बैंक अपने ग्राहकों को उनके बचत खाते में 50 लाख रुपये से कम की राशि रखने पर 3 प्रतिशत की ब्याज दर देता है। वहीं, बैंक 50 लाख रुपये से ज्यादा की रकम पर 3.50 फीसदी की दर से ब्याज देता है.
ICICI BANK
देश के सबसे बड़े निजी बैंकों में से एक ICICI BANK की बचत ब्याज दर के अनुसार, बैंक अपने ग्राहकों को दिन के अंत में अपने बचत खाते में 50 लाख रुपये से कम की शेष राशि रखने पर 3 प्रतिशत की ब्याज दर देता है. और दिन के अंत में, बैंक 50 लाख रुपये से अधिक की राशि पर 3.50 प्रतिशत की ब्याज दर देता है.
PNB
देश के सबसे बड़े सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में से एक पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) की बचत ब्याज दर के अनुसार, बैंक अपने ग्राहकों को उनके बचत खाते में 10 लाख रुपये से कम की शेष राशि रखने पर 2.70 प्रतिशत की ब्याज दर देता है. 10 लाख रुपये से 100 करोड़ रुपये तक की शेष राशि के लिए, बैंक 2.75 प्रतिशत ब्याज देता है, और 100 करोड़ रुपये और उससे अधिक की शेष राशि के लिए, बैंक 3 प्रतिशत ब्याज देता है.
CANRA BANK
केनरा बैंक बचत ब्याज दर के अनुसार, बैंक अपने ग्राहकों को उनके बचत खातों में विभिन्न राशियों के लिए 2.90 प्रतिशत से 4 प्रतिशत के बीच की ब्याज दर प्रदान करता है. वहीं, बैंक 2000 करोड़ रुपए के बैलेंस पर 4 फीसदी की दर से ब्याज देता है.
ब्याज पर कितना टैक्स लगता है?
आयकर की धारा 80TTA के अनुसार, आपको 10,000 रुपये की ब्याज राशि पर कोई कर नहीं देना होता है. इससे ऊपर की ब्याज राशि पर आपको टैक्स देना होगा. दूसरी ओर, वरिष्ठ नागरिकों को ब्याज से अर्जित 50,000 रुपये तक कोई कर नहीं देना होता है.