विक्रम मिश्र, लखनऊ. उत्तर प्रदेश में अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति आयोग का गठन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तरफ से कर दिया गया है. पूर्व विधायक बैजनाथ रावत को इसका अध्यक्ष बनाया गया है, जबकि पूर्व विधायक बेचन राम और जीत सिंह खरवार को आयोग का उपाध्यक्ष बनाया गया है. बाराबंकी के बैजनाथ रावत अनुसूचित जाति से हैं. बैजनाथ रावत तीन बार विधायक, एक बार सांसद और यूपी सरकार में राज्य मंत्री की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं.
इसे भी पढ़ें- जरा ठहरिए! यहां प्रवेश वर्जित है: इस जगह के लोगों ने जारी किया अनोखा फरमान, ये लोग घूमते पाए गए तो…
बता दें कि, इस आयोग का गठन दलितों पिछड़ों और अनुसूचित वर्ग के लोगों को भाजपा से जोड़ने के क्रम में देखा जा रहा है.
गोरखपुर के पूर्व विधायक बेचन राम और सोनभद्र के रहने वाले जीत सिंह खरवार को उपाध्यक्ष बनाया गया है.
इसे भी पढ़ें- सजा नहीं, मौज काट रहा ‘रेपिस्ट’! 8वीं बार 20 दिन की पैरोल पर बाहर आया राम रहीम, आखिर इतनी रियायत क्यों?
अध्यक्ष-उपाध्यक्ष संभालेंगे पदभार
उत्तर प्रदेश में इस आयोग का गठन बहुत लंबे समय के बाद हुआ है. दरअसल, लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन की स्थिति देखने के बाद से ही भाजपा अब सुसुप्ता अवस्था में पड़ी हुई निगमों इत्यादि में अपने(भाजपाई) पदाधिकारियों को पद दे रही है. इसी क्रम में एससी-एसटी आयोग का गठन हुआ है, जिसके अध्यक्ष और उपाध्यक्ष आज लखनऊ स्थित भागीदारी भवन में पदभार ग्रहण करेंगे. इस दौरान समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण भी मौजूद रहेंगे.
छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक