रायपुर- दुग्ध महासंघ में भ्रष्टाचार की शिकायतों के बाद राज्य शासन ने जांच कमेटी गठित की है. पंजीयक धनंजय देवांगन ने उप पंजीयक डी पी टावरी के नेतृत्व में तीन सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया है. इनमें के डी सोनवानी, आर के परगनिया और जी पी उपाध्याय शामिल किए गए हैं. यह कमेटी पिछले पांच सालों में दुग्घ महासंघ में हुए आय-व्यय और अनियमितताओं की शिकायतों की जांच करेगी. जांच पूरी होने के बाद कमेटी अपनी रिपोर्ट पंजीयक को सौपेगी.
पिछले दिनों कांग्रेस ने राज्य सरकार से दुग्घ महासंघ में भ्रष्टाचार की शिकायत की थी. पार्टी के मुख्य प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मिलकर शिकायतों का पुलिंदा सौंपा था. इस शिकायत में महासंघ के अध्यक्ष रसिक परमार पर घोटाले का आरोप लगाया गया था. मुख्यमंत्री को सौंपी गई शिकायत में कहा गया था कि उनके अध्यक्ष रहते हुए कैन खरीदी में जमकर धांधली गई है, नियम विरूद्ध ढंग से विदेश दौरा किया गया, विधानसभा चुनाव के पहले नियम विरूद्ध चुनाव कराकर अध्यक्ष पद पर काबिज हो गए, देवभोग प्लांट चरौदा में होने के बावजूद उसका बैंक खाता गुढ़ियारी में खुलवाया गया, निकट के लोगों को अनुचित लाभ पहुंचाकर शासन को मिलने वाले राजस्व में नुकसान पहुंचाया गया.
इसके अलावा कांग्रेस ने जो शिकायत मुख्यमंत्री से की थी, उसमें 40 करोड़ के उस घोटाले का भी जिक्र किया गया था, जिसकी शिकायत प्रधानमंत्री कार्यालय से की गई थी और पिछली सरकार में पीएमओ की ओर से इस मामले की जांच के लिए चिट्ठी आई थी, लेकिन जांच नहीं हो सकी.