नई दिल्ली. कोरोना ने भारतीय लोगों के फेफड़ों को काफी कमजोर किया है. क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज, वेल्लोर द्वारा किए गए एक अध्ययन से पता चला है कि कोविड-19 के कारण फेफड़े कमजोर हुए हैं.
अध्ययन में पता चला है कि यूरोपीय और चीन के लोगों की तुलना में भारतीय लोगों के फेफड़ों को ज्यादा नुकसान पहुंचा है. अध्ययन में यह भी पता चला है कि कुछ लोग तो एक साल में इससे ठीक हो सकते हैं लेकिन अन्य लोगों को जिंदगीभर कमजोर फेफड़ों के साथ ही जीना होगा.
44% के फेफड़ों का बड़ा नुकसान
सबसे ज्यादा संवेदनशील फेफड़े का टेस्ट किया गया. इसे गैस ट्रांसफर कहा जाता है. इसके जरिए हवा से ऑक्सीजन लेने की क्षमता को मापा जाता है. जांच में पाया गया कि 44 फीसदी लोगों के फेफड़ों को नुकसान हुआ था. डॉक्टरों के इसे काफी चिंताजनक बताया है.