सत्यपाल सिंह,रायपुर। छत्तीसगढ़ में शिक्षा के नए सत्र शुरू होने के बावजूद स्कूलों में पुस्तक नहीं पहुंचा है. इस पर स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने कहा कि सभी विद्यार्थियों के लिए बहुत जल्द पुस्तक पहुंच जाएगा. कक्षा 9वीं एवं कक्षा 10वीं के विद्यार्थियों के लिए पुस्तक स्कूलों में पहुंचा दिया गया है. कक्षा एक से कक्षा 5वीं तक के पुस्तक 30 जून तक स्कूलों में पहुंचाया जाएगा. इसके अलावा कक्षा 6वीं से कक्षा 8वीं तक के सभी विषयों की पुस्तक 15 जुलाई तक स्कूलों में पहुंचा जाएगा.
लॉकडाउन के चलते प्रिंटिंग कार्य हुआ प्रभावित
स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने कहा कि प्रदेश में कोरोना महामारी के चलते लॉकडाउन था. जिस कारण प्रिंटिंग कार्य प्रभावित हुआ है. इसलिए पुस्तक समय पर उपलब्ध नहीं हो सका है. उन्होंने कहा कि वैकल्पिक तौर पर कक्षा एक से कक्षा 10वीं तक के सभी विषयों का पाठ्यक्रम पीडीएफ बनाकर वेबसाइट में अपलोड़ किया जा चुका है. जब तक पुस्तक नहीं मिलता है, तब तक सभी विद्यार्थी पीडीएफ डाउनलोड़ कर पढ़ाई जारी रखेंगे.
बच्चों को शिक्षक बाटेंगे पुस्तक
शिक्षा मंत्री ने कहा कि स्कूल सिर्फ शिक्षकों के लिए खोला गया है. बच्चों के लिए आज भी स्कूल बंद है. ऐसी स्थिति में शिक्षक बच्चों के घर तक पुस्तक पहुंचाएंगे. यानी पुस्तक वितरण करने की ज़िम्मेदारी शिक्षकों की होगी.
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प्रदेश भर के 56 लाख बच्चे हुए प्रभावित
बता दें कि प्रदेश के लगभग 56 लाख बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ हो रहा है. बिना पुस्तक के ऑनलाइन पढ़ाई का कोई लाभ नहीं होगा. प्राइवेट स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन का कहना था कि प्राइवेट स्कूल में अभी पुस्तक पहुंचने में लगभग 2 ढाई महीने लगेंगे. हम लोगों ने पढ़ाई ऑनलाइन प्रारंभ कर दी है. लेकिन इस पढ़ाई का ज़्यादा फायदा बच्चों को तब तक नहीं मिलेगा, जब तक उनके हाथों में पुस्तक नहीं होगा. इसीलिए सरकार को प्राथमिकता से बच्चों तक सत्र से पहले पुस्तक पहुंचाना था.