रायपुर। स्कूली बच्चों को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार के स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा राज्य स्तरीय आकलन परीक्षा शुरू कर दी गयी है। विगत 9 दिसम्बर से शुरू हुई यह परीक्षा 14 दिसम्बर तक चलेगी। विभाग द्वारा स्कूली बच्चों को परीक्षा में शामिल कराने ग्रामीण क्षेत्रों में मुनादी भी कराई जा रही है। शिक्षा विभाग द्वारा पालकों और विद्याथियों में पढ़ाई के प्रति जागरूकता लाने कई प्रयास किए जा रहे है। बच्चों की सीखने-सिखाने की पद्वतियों को भी आकर्षक एवं रोचक बनाया गया है। आकलन परीक्षा में शामिल होने के लिए बच्चों और अभिभावकों को मुनादी के जरिए जागरूक भी किया जा रहा है।

शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि राज्य में गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने एवं बच्चों को कक्षाओं में रूचिकर तरीके से सीखने-सिखाने एवं उसका आकलन करने के लिए कक्षा पहली से आठवीं तक के बच्चों का राज्य स्तरीय आकलन लिया जा रहा है, जिसमें राज्य के सभी शासकीय विद्यालयों में 9-14 दिसम्बर तक समेटिव आकलन किया जा रहा है। आकलन का विशेष आकर्षण इस बार यह रहा है गाँव के लोग बच्चों को आकलन हेतु विद्यालय जाने के लिए प्रेरित कर रहे है ताकि बच्चे अच्छी गुणवत्ता युक्त शिक्षा ग्रहण कर सकें। राज्य स्तर पर किए जाने वाले आकलन की प्रतिक्रिया शिक्षकों एवं विद्यार्थियों से ली गयी। उन्होंने भी इसे गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा के लिए सर्वश्रेष्ठ कदम बताया है। राज्य स्तरीय आकलन में कक्षा पहली एवं दूसरी के प्रश्नपत्र रंगीन, आकर्षक एवं चित्रात्मक बनाए गए है जिससे बच्चों को हल करने में बहुत आनंद आ रहा है।