रायपुर। राजधानी में कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा तेजी से बढ़ रहा है. अभी तक कोई टीका विकसित नहीं होने से वायरस समाज के हर आयु वर्ग पर हमला कर रहा है. ऐसी स्थिति में हर्बल ड्रग्स लोगों का ध्यान इस अदृश्य दुश्मन से लड़ने के लिए आकर्षित कर रहा है. स्कूल ऑफ साइंसेज MATS यूनिवर्सिटी ने “कोरोना पर हर्बल ड्रग्स की प्रभावशीलता” पर एक दिन का ऑनलाइन राष्ट्रीय वेबिनार आयोजित किया. जिसमें प्रतिभागियों को हर्बल दवाओं की जानकारी दी गई.

चीफ पैट्रन गजराज पगारिया, चीफ मेंटर प्रियेश पगारिया ने इस सूचनात्मक वेबिनार की घोषणा की, जिसका फल तब मिला जब प्रतिभागियों ने थीम पर ज्ञान प्राप्त किया. उनके साथ MATS यूनिवर्सिटी की प्रो. वाइस चांसलर डॉ. दीपिका धान्ड और रजिस्ट्रार, गोकुलानंद पांडा ने प्रतिभागियों को शुभकामनाएं दी.

कन्वेनर डॉ. आशीष सराफ ने इस वेबिनार पर शुरुआत की. सुधीर अग्रवाल, एसीसीपीएफ, नया रायपुर छत्तीसगढ़ विशेष अतिथि के रूप में शामिल थे, जिन्होंने वेबिनार के विषय का समर्थन किया. मुख्य वक्ता डॉ. अखिलेश कुमार पांडे, प्रोफेसर, डिपार्टमेंट ऑफ बायोलॉजिकल साइंसेज रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय, जबलपुर ने COVID 19 के युग में मशरूम को भोजन के उत्कृष्ट स्रोत के रूप में व्याख्यान दिया. उन्होंने वायरस का मुकाबला करने और मशरूम को बढ़ावा देने के लिए मशरूम के उपयोग के बारे में बताया.

वेबिनार के एक और प्रख्यात वक्ता डॉ शेखर वर्मा, प्रिंसिपल पंडीत दीनदयाल मेमोरिल हेल्थ साइंसेज, आयुष यूनिवर्सिटी रायपुर ने COVID 19 की रोकथाम और उपचार में हर्बल दवाओं और उनके उपयोग के बारे में विस्तार से बताया. राष्ट्र भर में 100 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया और उल्लिखित विषय पर अपने संदेह को स्पष्ट किया.

को -कन्वेनर प्रशांत मुंडेजा असिस्टेंट प्रोफेसर स्कूल ऑफ साइंसेज ने आयोजित वेबिनार की ब्रीफिंग दी और प्रतिभागियों को बधाई दी.
अंत में धन्यवाद ज्ञापन को -कन्वेनर डॉ पीयूष कुमार ठाकुर, असिस्टेंट प्रोफेसर स्कूल ऑफ साइंसेज द्वारा किया गया. कार्यक्रम का संचालन डॉ. भाग्यश्री देशपांडे, अस्सिस्टेंट प्रोफेसर, स्कूल ऑफ साइंसेज द्वारा किया गया. वेबिनार में स्कूल ऑफ साइंस के अन्य सभी संकाय सदस्य उपस्थित थे.