भुवनेश्वर. ओडिशा के रायगढ़ जिले से मानवता को शर्मसार करने की घटना सामने आई है. काशीपुर ब्लॉक के डांगासिल आवासीय विद्यालय में छुट्टी के बाद घर जा रही तीसरी कक्षा की एक छात्रा को बहला-फुसलाकर चपरासी कमरे में ले गया. वहां उससे दुष्कर्म किया. मासूम बच्ची की चीख सुनकर एक और छात्रा ने उसे बचाया. जब गांववालों को खबर मिली तो वे पुलिस से भिड़ गए और बस में आग लगा दी. पुलिस ने चपरासी को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं, 30 ग्रामीणों को भी हिरासत में लिया है.

स्कूल में छुट्‌टी के बाद शुक्रवार शाम को तीसरी कक्षा की छात्रा घर के लिए निकली थी, तभी शिव प्रसाद नाम का चपरासी उसे बहला-फुसलाकर कमरे में ले गया. वहां उससे दुष्कर्म कर रहा था, तभी छात्रा की चीख सुनकर एक अन्य छात्रा पहुंच गई और मासूम को बचा लिया. इसके बाद वह अपने घर गई और परिजन को सारी बात बताई. मासूम को पहले डांगासिल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया. उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए रायगढ़ जिला अस्पताल भेज दिया गया.

इधर, जब परिजन रिपोर्ट लिखाने के लिए डांगासिल थाने पहुंचे तो पुलिस ने रिपोर्ट लिखने में आनाकानी की. हालांकि लोगों के दबाव के बाद पुलिस ने रिपोर्ट लिख ली. इसके बाद जब पुलिस की टीम जांच के लिए घटनस्थल पहुंची, तब आक्रोशित गांव वालों ने घेर लिया. पुलिस और ग्रामीणों के बीच काफी देर तक धक्का-मुक्की हुई. नाराज गांव वालों ने पुलिस की बस में आग लगा दी. स्थिति तनावपूर्ण होने की जानकारी मिलने पर तत्काल अतिरिक्त पुलिस बल रवाना किया गया. अतिरिक्त बल पहुंचने के बाद गांववालों को काबू में किया जा सका.

गांव में 5 टुकड़ियां तैनात

गांव में हालात तनावपूर्ण होने के कारण पुलिस की 5 टुकड़ियां तैनात कर दी गई है. पुलिस के जवान गांव में गश्त कर रहे हैं, जिससे फिर किसी तरह की कोई कानून व्यवस्था बिगड़ने की नौबत न आए.