रायपुर। सेटअप में किए गए बदलाव का चौतरफा विरोध को देखते हुए लोक शिक्षण संचालनालय ने अपना कदम वापस ले लिया है. संचालक की ओर से सभी जिला शिक्षा अधिकारी को पत्र जारी कर नए सेटअप की भ्रांति को दूर करने के लिए पत्रों को निरस्त करने की बात कही है. संचालनालय के कदम का शिक्षकों ने स्वागत किया है.
कांकेर शिक्षक संघ अध्यक्ष टिकेश ठाकुर ने आदेश में अनेक विसंगतियां थी, हम लोग लगातार इस विषय पर शासन का ध्यान आकर्षित कर रहे थे. बड़ी खुशी की बात है कि शासन छात्र हित के इस मुद्दे को गंभीर होकर अपने पुराने सेटअप को यथावत रखने का आदेश दे दिया है. संचालनालय के आदेश जारी करने से चंद घंटे पहले ही टिकेश ठाकुर के साथ शिक्षकों ने मुख्यमंत्री के नाम भानुप्रतापपुर एसडीएम ज्ञापन सौंपा था.
इस दौरान उन्होंने संचालनालय के आदेश के बाद प्रदेश में बनी स्थिति का उल्लेख करते हुए कहा था कि जिन मिडिल स्कूलों में तीस से कम दर्ज संख्या होगी, उन विद्यालयों में प्रधान पाठक का पद समाप्त कर दिया गया है. ऐसे स्कूलों में केवल चार शिक्षक ही कार्यरत रहेंगे. इसी प्रकार जिन हाई स्कूलों की दर्ज संख्या दो सौ बीस से कम होगी, उन स्कूलों में संस्कृत विषय के व्याख्याता नहीं रहेंगे, ऐसे स्कूलों में संस्कृत विषय का अध्यापन तो होगा, पर व्याख्याता का पद समाप्त कर दिया गया है. बहरहाल, शिक्षकों के विरोध को देखते हुए संचालनालय के पुराने सेटअप को बरकरार रखने के आदेश से शिक्षकों में उल्लास देखा जा रहा है.