नई दिल्ली। सोमवार 7 फरवरी की सुबह दिल्ली के स्कूलों में रौनक लेकर आई। दिल्ली में सोमवार से स्कूल खोल दिए गए हैं। दिल्ली में फिलहाल कक्षा 9 से लेकर 12वीं तक के छात्रों के लिए स्कूल खोले गए हैं। छात्रों में भी स्कूल जाने का उत्साह दिखाई दिया। कई स्कूलों के बाहर छात्रों की कतारें दिखाई दी। छात्र मास्क पहने नजर आए। छात्रों के स्कूल पंहुचने से पहले स्कूलों को सैनिटाइज किया गया। इसके साथ ही स्कूलों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी करने को कहा गया है।

 

स्कूलों में कोरोना प्रोटोकॉल का पालन

दिल्ली के लाजपत नगर स्थित एक सरकारी स्कूल के छात्र दिव्यांश ने सोमवार सुबह स्कूल पहुंचने पर कहा कि स्कूल खोले जाने पर छात्रों को किसी प्रकार का खतरा नहीं है। हम लोग परिवार के साथ शादी, पार्टी और बाजार आदि स्थानों पर जा ही रहे हैं। यहां हम कई लोगों के संपर्क में आते हैं, लेकिन जब बाजार जाना सुरक्षित है, तो फिर स्कूल जाने में भी कोई समस्या नहीं है। अच्छी बात यह रही कि स्कूल पहुंचने वाले सभी छात्र कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते दिखाई पड़े। छात्रों ने जहां से मास्क लगा रखा था वहीं स्कूल में एंट्री के दौरान भी सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा गया। दिल्ली सरकार के मुताबिक कक्षाओं के अंदर भी छात्रों के बैठने के लिए समुचित व्यवस्था की गई है। इस व्यवस्था में सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखा गया है।

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लोधी रोड स्थित है कि स्कूल में पढ़ने वाली दसवीं कक्षा की छात्रा ईशा ने कहा कि स्कूल खुलने का फैसला और जल्दी लिया जा सकता था, खासतौर पर बोर्ड परीक्षाओं में शामिल होने वाले छात्रों के लिए। ईशा के मुताबिक स्कूल खोलने से उन्हें बोर्ड परीक्षाओं के संबंध में टीचर्स की जरूरी गाइडेंस मिलेगी, साथ ही परीक्षाओं में शामिल होने का कॉन्फिडेंस भी आएगा। दिल्ली में फिलहाल अभी केवल नौवीं से 12वीं कक्षा तक के छात्रों के स्कूल खोले गए हैं। शेष छात्रों के लिए स्कूल खोलने की तैयारियां की जा रही है। दिल्ली सरकार के मुताबिक, अगले सप्ताह यानी 14 फरवरी से नर्सरी से लेकर आठवीं तक के छात्रों के लिए भी स्कूल खोल दिए जाएंगे। यानी 14 फरवरी से दिल्ली सभी कक्षा के छात्रों के लिए स्कूल खुल जाएंगे।

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सोमवार सुबह स्कूल खुलने पर दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने भी स्कूलों का दौरा किया। फिलहाल दिल्ली के स्कूल पूरी क्षमता के साथ नहीं खुले हैं। स्कूल में छात्रों से मुलाकात के उपरांत मनीष सिसोदिया ने कहा कि स्कूल खुलने के साथ ही ऑनलाइन कक्षाएं फिलहाल अगले कुछ दिन तक जारी रहेंगे। जो बच्चे अभी फिजिकल कक्षाओं में शामिल नहीं हो रहे हैं, उनके लिए ऑनलाइन कक्षाएं चालू रहेगी और स्कूल हाइब्रिड मोड में चलाए। दिल्ली के शिक्षा मंत्री सिसोदिया ने कहा कि स्कूल के पर्याप्त बुनियादी ढांचे और माता-पिता की अनुमति के आधार पर 60-70 प्रतिशत छात्रों को ही फिलहाल स्कूलों बुलाया जा सकता है। शेष छात्रों के लिए ऑनलाइन कक्षाएं कुछ समय के लिए जारी रहेंगी।

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डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली के सरकारी स्कूलों में 99 फीसदी शिक्षकों का वैक्सीनेशन पूरा हो चुका है। इसके साथ ही 95 से अधिक सरकारी स्कूल के छात्रों और 50 प्रतिशत से अधिक प्राइवेट स्कूल के छात्रों को कोरोना वैक्सीन का पहला इंजेक्शन लग चुका है। हालांकि सरकार या दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट कमेटी द्वारा ऐसा कोई मानदंड नहीं है कि केवल टीकाकरण वाले छात्रों को ही स्कूलों में प्रवेश करने की अनुमति दी जाएगी। केवल शिक्षकों के लिए टीकाकरण आवश्यक है। दिल्ली में स्कूलों की रिओपनिंग पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि बच्चों को वापिस स्कूल में देखकर बहुत खुशी हो रही है। बच्चे भी बेचारे परेशान हो गए। भगवान न करे अब दोबारा स्कूल बंद करने की जरूरत पड़े।

 

छोटे बच्चों में देखने को मिल रहा है काफी बड़ा लर्निंग गैप

सेंटर फॉर पालिसी रिसर्च की प्रेसिडेंट यामिनी अय्यर ने कहा कि लम्बे समय से स्कूलों से दूर रहने के कारण छोटे बच्चों में काफी बड़ा लर्निंग गैप देखने को मिल रहा है। रिसर्च में पाया गया है कि बच्चे बेसिक मैथमेटिक्स और लैंग्वेज के फंडामेंटल स्किल्स को भी भूल रहे हैं। इस लर्निंग गैप को पाटने की जरूरत है। गौरतलब है कि प्रारंभिक कोविड-19 प्रतिबंधों और फिर उसके बाद भी छात्रों को कोविड-19 से बचाने के लिए एहतियाती उपाय के रूप में पूरे भारत में स्कूल और कॉलेज बंद किए गए। आर्थिक सर्वेक्षण में कहा गया है कि स्कूल कॉलेज बंद होना शिक्षा की निरंतरता के मामले में सरकार के समक्ष एक नई चुनौती है।