हमारे शरीर का हर अंग ह्रदय से मस्तिष्क तक और फिर शरीर के बाकी हिस्सों में ब्लड सकुर्लेशन से जुड़ा रहता है. तनावपूर्ण जीवनशैली के कारण व्यक्ति कई रोगों का शिकार हो जाता है. ऐसे में रुद्राक्ष (Rudraksh) शरीर को स्थिर कर और दिल और इंद्रियों पर प्रभाव डालकर इन समस्याओं को हल करता है. रुद्राक्ष की माला पहनना न केवल ह्रदय स्वास्थ्य के लिए अच्छा है, बल्कि इससे ब्लड सुकर्लेशन भी ठीक बना रहता है. दिल के दौरे और हाई ब्लड प्रेशर के लिए यह सबसे अच्छा उपचार है.

रुद्राक्ष शरीर की अवरूद्ध धमनियों और नसों में रूकावट को दूर करता

रुद्राक्ष के मोती डायनामिक पोलेरिटी गुणों की वजह से एक चुंबक की तरह काम करते हैं. चुंबकीय प्रभाव के कारण रुद्राक्ष शरीर की अवरूद्ध धमनियों और नसों में रूकावट को दूर करता है. इसे पहनने से ब्लड फ्लो भी अच्छे से होता है. खास बात यह है कि रुद्राक्ष की माला में शरीर में होने वाले किसी भी तरह के दर्द और बीमारी को दूर करने की क्षमता है.

सकारात्मक ऊर्जा से भर देती है माला

आप अपने आसपास ऐसे कई लोगों से मिलते होंगे. जिनका व्यक्तितत्व आत्मविश्वास , बुद्धि , धैर्य के लिहाज से आकर्षक होता है. इस तरह की परफॉर्मेंस के पीछे कारण है मास्तिष्क पर नियंत्रण. जो लोग अपने मन और शरीर को नियंत्रित कर लेते हैं, वो लोग मजूबत हैं. रुद्राक्ष की माला व्यक्तित्व को आकार देने का काम करती है और इसे पहनने वाले को सकारात्मक ऊर्जा से भर देती है. बता दें कि 1 मुखी माला व्यक्ति को धैर्यवान, 4 और 6 मुखी माला बुद्धिमान और 9 मुखी रूद्राक्ष की माला कॉन्फिडेंस लेवल बढ़ाती है.

ब्लड प्रेशर, चिंता, अवसाद को करता है दूर

रुद्राक्ष की माला हमारे अंदर सकारात्मकता ऊर्जा पैदा करती है. वैज्ञानिक अध्ययन साबित करते हैं कि रुद्राक्ष की माला में डायइलेक्ट्रिक गुण होते हैं, जो खराब ऊर्जा को स्टोर करने के लिए जाने जाते हैं. जब भी हम शारीरिक या मानसिक रूप से तनावग्रस्त होते हैं, तो उस वक्त हमारा शरीर ज्यादा ऊर्जा पैदा करता है. जिसे अगर स्टोर या बर्न न किया जाए, तो ब्लड प्रेशर, चिंता, अवसाद जैसी कई समस्याएं बढ़ती हैं. ऐसे में रुद्राक्ष की माला इस अनचाही ऊर्जा को स्थिर कर तंत्रिका तंत्र में सुधार और हार्मोन को संतुलित करने में मदद करती है.