नई दिल्ली। धरती लोक में कम ही ऐसे जगह है, जहां आपको शुद्ध हवा मिल सके. लेकिन वैज्ञानिकों ने एक जगह ढूंढ निकाला है, जहां स्वच्छ हवा मिल सकेगी. वैज्ञानिकों को धरती पर यह स्थान ढूंढ़ने में काफी संघर्ष करना पड़ा है. यह हवा धरती के दक्षिणी छोर पर स्थित अंटार्कटिक महासागर के ऊपर बहती है. वैज्ञानिकों का दावा है कि अंटार्कटिक महासागर के ऊपर हवा सबसे स्वच्छ है.

कोलोराडो स्टेट यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने एक ऐसे वायुमंडलीय क्षेत्र का पता लगाया जिस पर मानव गतिविधियों के कारण कोई फर्क नहीं पड़ता है. निजी पत्रिका में सोमवार को प्रकाशित इस अध्ययन में वैज्ञानिकों ने इस क्षेत्र को सही मायने में पवित्र करार दिया है. अपने तरह के इस पहले शोध में अंटार्कटिक महासागर के बायोएरोसोल का अध्ययन किया गया.

शोध में पाया गया कि अंटार्कटिक महासागर के ऊपर चलने वाली हवा मानवीय गतिविधियों के कारण उत्पन्न होने वाले एरोसोल से मुक्त थी. वायु प्रदूषण का कारण ये एरोसोल ही हैं. महासागर की इस हवा में जीवाश्म ईंधन, फसलों की कटाई, उर्वरक और अपशिष्ट जल निपटारे जैसे उत्पन्न होने वाले कण मौजूद नहीं थे. एयरोसोल हवा में ठोस-द्रव या गैस के रूप मे मौजूद रहने वाले कण है.