PM Modi & Vladimir Putin In SCO Summit: चीन के तियानजिन में चल रहे एससीओ समिट के दौरान अलग-अलग नजारे देखने को मिल रहे हैं। यह दृश्य विश्व राजनीति में होने वाले बदलाव की तरफ साफ इशारा कर रहे हैं। एक तरफ, जहां सात साल बाद पीएम मोदी चीन दौरे पर पहुंचे। SCO Summit में मोदी-जिनपिंग-पुतिन की दोस्ती वाली केमिस्ट्री देखने को मिली। वहीं चीन के सबसे अहम दोस्तों में से एक पाकिस्तान पूरी तरह अलग-थलग दिखा। अब ट्रंप को टेंशन देने वाली तस्वीर सामने आई है। दरअसल द्विपक्षीय बैठक के लिए पीएम मोदी-व्लादिमीर पुतिन एक ही कार में मीटिंग के लिए पहुंचे। से तस्वीर मीडिय़ा में सामने आने के बाद इसी की चर्चा हर जगह हो रही है। वहीं मोदी-पुतिन की यह यारी देखकर अमेरिका का बौखलाना तय है।
एससीओ समिट के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन एक ही कार में निकले। दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय वार्ता होगी। दोनों नेता ऐसे समय में मिल रहे हैं, जब अमेरिका के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की तरफ से भारत पर रूसी तेल खरीद को लेकर दबाव बनाया जा रहा है।
आतंकवाद के खिलाफ भारत की बड़ी जीत, SCO के घोषणापत्र में पहलगाम हमले की निंदा
इधर पहलगाम आतंकी हमले का दंश झेल रहे भारत को आतंकवाद के खिलाफ बड़ी जीत हासिल हुई है। SCO के घोषणापत्र में पहलगाम हमले की निंदा की गई है। यह रणनीतिक रूप से भारत की बड़ी जीत है। शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के साझा बयान में पहलगाम आतंकी हमले की निंदा की गई है। पीएम मोदी के साथ सभी देशों ने एकजुटता दिखाई है। डिक्लेरेशन में 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में आतंकी हमले में मारे गए और घायलों के परिवारों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की गई हैं। घोषणापत्र में आगे कहा गया है कि ऐसे हमलों के दोषियों, आयोजकों और प्रायोजकों को न्याय के कटघरे में लाया जाना चाहिए।
SCO देशों की आतंकवाद के खिलाफ आम सहमति
एससीओ के सदस्य देशों ने आतंकवाद, अलगाववाद और उग्रवाद के साथ-साथ ड्रग्स, हथियारों की तस्करी और अंतरराष्ट्रीय संगठित अपराध के अन्य रूपों के खिलाफ संयुक्त लड़ाई जारी रखने का संकल्प लिया। एससीओ देशों ने एकजुटता दिखाई कि आतंकवाद के खिलाफ दोहरे मापदंड स्वीकार्य नहीं होंगे. अंतरराष्ट्रीय समुदाय को संयुक्त राष्ट्र चार्टर और अंतरराष्ट्रीय कानून के सिद्धांतों के अनुरूप, सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों और वैश्विक आतंकवाद-रोधी रणनीति को लागू करते हुए सभी आतंकी संगठनों के खिलाफ मिलकर लड़ना होगा। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद पर एक व्यापक कन्वेंशन को आम सहमति से अपनाने की आवश्यकता पर जोर दिया।
सदस्य देशों ने 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम, 11 मार्च को जाफ़र एक्सप्रेस और 21 मई को खुजदार में हुए आतंकी हमलों की कड़ी निंदा की। घोषणापत्र में दोहराया गया कि आतंकवादी, अलगाववादी और उग्रवादी समूहों का स्वार्थ के लिए इस्तेमाल अस्वीकार्य है और इनसे निपटने में संप्रभु राज्यों और उनकी संस्थाओं की भूमिका सबसे अहम है।
SCO के घोषणापत्र में भारत की पहलों की सराहना
घोषणा पत्र में “एक पृथ्वी, एक परिवार और एक भविष्य” थीम का जिक्र किया गया है। सदस्य देशों ने 3-5 अप्रैल 2025 को नई दिल्ली में आयोजित 5वें एससीओ स्टार्टअप फोरम के परिणामों का स्वागत किया, जिसने विज्ञान, तकनीकी उपलब्धियों और इनोवेसन के क्षेत्र में सहयोग को गहरा किया। सदस्य देशों ने 21-22 मई 2025 को नई दिल्ली में आयोजित 20वें एससीओ थिंक टैंक फोरम का भी जिक्र किया। उन्होंने भारतीय विश्व मामलों की परिषद (ICWA) के एससीओ अध्ययन केंद्र की सांस्कृतिक और मानवीय आदान-प्रदान को मजबूत करने में योगदान की सराहना की।
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