शब्बीर अहमद, भोपाल। कांग्रेस की विचारधारा से जोड़ने और कांग्रेस को मजबूत के लिए कमलनाथ ने मध्यप्रदेश में बाल कांग्रेस के गठन का एलान किया है। इसकी जिम्मेदारी पूर्व गृहमंत्री और कांग्रेस वरिष्ठ नेता बाला बच्चन को सौपी गई है। बच्चन को इसका संयोजक बनाया गया था। टीम का ऐलान 14 सितंबर तक पूरी हो जाना था लेकिन अब खबर है कि इसमें थोड़ा विलंब हो सकता है।

बाल कांग्रेस पर कमलनाथ का ब्रेक !

पीसीसी चीफ कमलनाथ लगातार बैठ कर रहे है और 2023 विधानसभा की रणनीति बनाने में जुटे हुए हैं ।उनके करीबी भी इस मिशन में लगे हुए हैं सभी को कमलनाथ ने जिम्मेदारी सौप रखी है। वहीं कांग्रेस के संगठन को मजबूत करने और युवाओं को अपने पाले में करने के लिए बाल कांग्रेस के गठन का ऐलान किया गया है। इसके जरिए कांग्रेस की कोशिश है कि युवा वर्ग में पैठ बढ़ाई जाए और कांग्रेस की विचारधारा से युवा वर्ग को जोड़ा जाए। शुरूआत में बाल कांग्रेस में एक लाख सदस्य बनाने का टारगेट रखा गया है ये एक तरह का नया प्रयोग करने की कोशिश की गई है।

पहले विचारधार पाठ पढ़ाएं फिर एलान करें

14 सितंबर तक बाल कांग्रेस की पूरी कार्यकारिणी का ऐलान हो जाना था। लेकिन अब खबर है कि अगले महीने ही इसको लेकर कुछ निर्णय हो पाएगा क्योंकि कमलनाथ ने बाला बच्चन को निर्देश दिए हैं कि जब बाल कांग्रेस के सदस्यों को जोड़ा जाएगा तो देश के इतिहास के साथ-साथ कांग्रेस की विचारधारा के बारे में बताया जाए। इसको लेकर पूरी तैयारी करने का निर्देश दिए हैं, इसी कारण अब इस पर पेंच फंसता नजर आ रहा है। 15 सितंबर को प्रदेश कांग्रेस दफ्तर में इसको लेकर बाल कांग्रेस के संयोजक बाला बच्चन एक बैठक भी ले चुके हैं।

इसे भी पढ़ें ः आतंकवाद पर सियासत : राशिद अल्वी ने उठाए सवाल तो बीजेपी ने कहा – कांग्रेस आतंकवादियों की समर्थक है