हमीरपुर. जिले में ओलावृष्टि की मार झेल रहे किसानों के हक पर डाका डाला गया है. किसानों को मुआवजे में मिलने वाले पैसे को महाराजगंज और गोरखपुर में कुछ लोगों के खातों में भेज दिया गया है. एसडीएम सदर ने करीब 15.50 लाख रुपये दूसरे खातों में जाने की बात कही है. एसडीएम ने आईडी हैक कर गड़बड़ी करने की आशंका जताई है. वहीं मामले में अज्ञात के खिलाफ धोखाधड़ी समेत कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.
एसडीएम का कहना है कि ओला पीड़ित किसानों को अनुदान देने के लिए अपनी लॉगिन आईडी से लेखपालों ने उनका विवरण ऑनलाइन फीड किया. सभी स्तरों पर स्वीकृत होते हुए पेमेंट ऑनलाइन किसानों के खाते में भेजा गया, लेकिन फीडिंग के दौरान त्रुटि होने पर पेमेंट रिटर्न हो गया. जिसके बाद डाटा संशोधन कर भेजा गया. इस दौरान रिटर्न सूची में मौजूद कई किसानों का खाता नंबर अज्ञात स्तर पर बदल गया. ये गड़बड़ी उनकी आईडी हैक कर किया गया. 750 किसानों की 15.50 लाख धनराशि गलत खातों में पहुंचने की जांच की जा रही है.
एडीएम वित्त एवं राजस्व विजय शंकर तिवारी ने एक जुलाई को सदर व मौदहा तहसील के एसडीएम और तहसीलदार को पत्र भेज ओलावृष्टि से प्रभावित किसानों के बैंक खातों में कोषागार से भेजी गई धनराशि का सत्यापन कराने के निर्देश दिए. जिसके बाद सुमेरपुर क्षेत्र के पंधरी गांव निवासी 11 किसानों की धनराशि अन्य खातों में पहुंचने पर लेखपाल प्रदीप यादव को प्रथम दृष्टया दोषी मानते हुए निलंबित कर दिया गया. इसके साथ ही एसडीएम और तहसीलदार से ऐसे किसानों का विवरण मांगा गया.
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