बदलते हुए समय में अपराध (Crime) के मामले भी लगातार बढ़ते जा रहे हैं। साजिश को हत्या में तब्दील कर रहस्य को छुपाना और फिर पुलिस का उससे पर्दा उठाकर मर्डर मिस्ट्री (Murder Mystery) का खुलासा करना, जैसे मानो आज के दौर का कोई खेल हो गया है। हत्या(Murder) जैसा शब्द आम होते जा रहा है। लोगों की नजर में ‘मर्डर’ महज एक शब्द रह गया। इसी बीच आज हम साल 2024 के हैरान कर देने वाले मर्डर मिस्ट्री के बारे में जानेंगे जिन्होंने न सिर्फ रिश्तों का कत्ल किया, बल्कि इंसानियत की सारी हदें पार कर दी।
‘Gay’ सीरियल किलर की कहानी
18 महीनों में 11 लोगों की हत्या करने वाले आरोपी को पुलिस ने 18 अगस्त 2024 में गिरफ्तार किया था। मामला पंजाब का है। जहां पुलिस ने एक ऐसे ‘गे’ सीरियल किलर को गिरफ्तार किया, जो सेक्स वर्कर था। ऐसा सीरियल किलर जो महिलाओं की तरह सज-संवर कर निकलता और फिर अपने शिकार की तलाश में जुट जाता। ये कहानी आपको किसी फिल्म का किस्सा लग रही होगी, पर हकीकत में कोई फिल्म का किस्सा नहीं बल्कि असल जिदंगी में एक सीरियल किलर की सच्चाई है। ये सीरियल किलर किसी महिला का शिकार नहीं करता, बल्कि इसके शिकार सिर्फ मर्द होते थे। जिनका कत्ल कर उसकी पीठ पर ‘धोखेबाज’ लिखता था।
हम बात कर रहे हैं 33 साल के रामस्वरूप उर्फ सोढ़ी की। जिसने ढेढ़ साल में 11 लोगों की बड़ी ही बेहरमी से हत्या की। चौंकाने वाली बात ये है कि, ये किलर हर हत्या के बाद पश्चाताप करने के लिए लाश के पांव छू कर मांफी भी मांगता था। आरोपी सेक्स वर्कर के तौर पर काम करते हुए रात में मिलने वाले लोगों से लिफ्ट मांगता था। इसके बाद पैसों के शर्त पर उनसे बातचीत कर संबंध भी बनाता था।
वहीं अगर पेमेंट को लेकर कोई विवाद हो जाए तो वह लोगों को गला दबाकर मार डालता था। जबकि कुछ लोगों को सिर पर वार कर देता था, हत्या के बाद अजीबोगरीब तरीकों से पीड़ित के पैर छूकर उनकी पीठ पर धोखेबाज लिखकर माफी भी मांगता था। पुलिस की गिरफ्तारी में उसने बताया कि वो अक्सर शराब के नशे में हत्याएं कर देता था। वहीं पुलिस की जांच में पता चला कि आरोपी की निजी जिंदगी में उथल-पुथल मची पड़ी है। तीन बच्चों का पिता है, पत्नी है पर परिवार ने उसे 2 साल पहले उसके Bisexual होने के बारे में पता चकते ही छोड़ दिया था।
दिल्ली का ट्रिपल मर्डर
सुबह 5:30 बजे घर का बेटा हर दिन की तरह जिम के लिए घर से निकला। दो घंटे बाद जब लौटा तो घर में तीन लाश देख चीख उठा। लाश थी मां, पिता और बड़ी बहन की। बेटे की चीख और रोने की आवाज सुन पड़ोसियों ने जब घर का हाल देखा तो उसके रोंगटे खड़े हो गए। तुंरत पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज मामले की जांच शुरू की। बेटे की हालत ठीक ना होने के कारण पुलिस ने उस वक्त उससे बात करना उचित नहीं समझा और आसपास मौजूद लोग और सीसीटीवी के आधार पर तफतीश में जुट गई।
दरअसल, मामला दक्षिण दिल्ली के नेब सराय इलाके का था। जहां राजेश कुमार (51), उनकी पत्नी कोमल (46) और उनकी बेटी कविता की हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया। मामले में पुलिस ने बेटे से बात की जिसमें पुलिस के हाथ कुछ नहीं लगा। इसके बाद एक सीसीटीवी जो सीधा घर की ओर था उसे चेक किया। हत्या के दिन से लेकर अबतक घर में कोई आता जाता नहीं दिखा, दिखा तो सिर्फ एक वो था बेटा। जो सुबह 5:30 बजे घर से जिम के लिए निकला था। कुछ देर पहले तक जहां पुलिस को बेटे पर तरस आ रहा था अब वो शक के दायरे में था। पुलिस ने फिर थोड़ी कड़ाई से पूछताछ शुरू की तो हैरान कर देने वाला सच सामने आया। इस ट्रिपल मर्डर का आरोपी कोई ओर नहीं बल्कि खुद घर का बेटे था। जिसने पहले बहन, फिर पिता और आखिर में मां की गला रेत कर हत्या की। वजह थी बहन को ज्यादा लाड प्यार मिलना। जिससे आरोपी बेटे के अपने ही माता-पिता के साथ अच्छे संबंध नहीं थे।
बेटे के सामने तड़पती रही मां
मां, एक ऐसा शब्द जिसका अर्थ एक शब्द में बताना शायद की कभी संभव होगा। वक्त बदल रहा है, लोग बदल रहे हैं और उनकी सोच भी। लेकिन सालों से जो एक रंग में रह रहा है तो वो मां है। इसी बीच गोरखपुर की कहानी जान आपके पैरों तले जमीन खिसक जाएगी। हर दिन की तरह सुबह हुई, सुबह हुई तो मां ने बेटे को स्कूल के लिए जगाया, एक बार नहीं उठा तो फिर मां उठाने आई, तो बेटे ने गुस्से में मां को जोर से धक्का दे दिया। इसके बाद उठा, तैयार हुआ, ब्रेकफास्ट किया और स्कूल चला गया। घर आकर देखा तब तक मां की मौत हो चुकी थी।
गोरखपुर पुलिस ने साइंटिस्ट की पत्नी की मौत के मामले में खुलासा कर बताया कि, नाबालिग बेटे ने ही वारदात को अंजाम दिया। वजह सिर्फ इतनी थी कि मां ने स्कूल जाने के लिए बेटे को जगा दिया था। गुस्से में बेटे ने मां को धक्का दिया और मां का सिर दीवार से टकरा गया, जिससे वह गंभीर रूप से जख्मी हो गईं। ये सब देख कर भी बेटा उन्हें अस्पताल लेकर जाने की जगह मां को छोड़कर स्कूल चला गया।
अधिक खून बहने से मां की मौत हो गई। हैरानी की बात तो ये है कि, 5 दिन तक मां की लाश के साथ रहा। 6 दिन तक पत्नी से बात न होने पर साइंटिस्ट पिता घर पहुंचे तो दरवाजा खुला था और बदबू आ रही है। अंदर गए तो देखा पत्नी की लाश फर्श पर पड़ी थी। जब पिता ने बेटे से पूछा तो उसने गुमराह करने की कोशिश की। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू की तो पोस्टमॉर्टम में लाश 6 दिन पुरानी निकली। इसके बाद पुलिस ने नाबालिग से सख्ती से पूछताछ की जिसके बाद उसने अपना जुर्म कबूल कर किया।
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