मनोज यादव, कोरबा। खदान के लिए सर्वे करने दल-बल के साथ पहुंची एसईसीएल की टीम ग्रामीणों के विरोध के बाद बैरंग लौट गई. ग्रामीणों ने पूर्व में हुई त्रिपक्षीय वार्ता को छलावा और धोखा बताते हुए सर्वे का विरोध किया. पंचायत प्रतिनिधियों ने गांव में अशांति फैलाते हुए जबरदस्ती नापी सर्वे करने पर एसईसीएल प्रबंधन के खिलाफ पुलिस में प्राथमिकी दर्ज कराई है.
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दरअसल, एसईसीएल दीपका की टीम पुलिस व प्रशासन के संरक्षण में सर्वे करने हरदीबाजार हॉस्पिटल मोहल्ला पहुंची हुई थी. इस दौरान सरपंच लोकेश्वर कंवर, पूर्व विधायक पुरुषोत्तम कंवर, भाजपा जिला मंत्री अजय दुबे सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे.

ग्रामीणों ने शुक्रवार को तहसील में एसईसीएल के अधिकारियों व तहसीलदार के साथ हुई त्रिपक्षीय वार्ता में नौकरी, सर्वसुविधायुक्त बसाहट, उचित मुआवजा सहित 7 सूत्रीय मांग पर बनी एसडीएम पाली के समक्ष लिखित सहमति देने की बात को दोहराया. लेकिन ग्रामीणों की मांग को दरकिनार कर जबरदस्ती नापी सर्वे की कोशिश करने लगे.

ग्रामवासियों के बढ़ते विरोध को देख एसईसीएल की टीम बात नहीं बनने पर बैरंग अपने वापस लौट गई. इसके साथ ही पंचायत प्रतिनिधियों व ग्रामवासियों ने लिखित हस्ताक्षर सहित जबरदस्ती एसईसीएल के द्वारा बिना पंचायत को सूचना दिए सर्वे करने पर एसईसीएल प्रबंधन के खिलाफ हरदी बाजार थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई है.
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