अगहन मास के दूसरे गुरुवार की संध्या को मां लक्ष्मी की आराधना का विशेष महत्व बताया गया है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार यह दिन गुरु और लक्ष्मी दोनों की कृपा प्राप्ति का योग लेकर आता है. इस दिन यदि कुछ सरल उपाय श्रद्धा से किए जाएं, तो घर में धन-संपन्नता और स्थायी सुख का प्रवाह स्वतः शुरू हो जाता है. ज्योतिषाचार्यों का कहना है कि अगहन के इस गुरुवार को लक्ष्मी पूजन के साथ भगवान विष्णु का ध्यान अवश्य करें. ऐसा करने से जीवन में रुके कार्य गति पकड़ते हैं और आर्थिक समृद्धि के साथ-साथ पारिवारिक शांति भी स्थिर होती है.

दो बतिया वाला दीपक प्रज्वलित करें

शाम के समय स्नान कर पीले या हल्के सुनहरे वस्त्र धारण करें. पूर्व दिशा की ओर मुख करके मां लक्ष्मी के चित्र या प्रतिमा के सामने घी का दीपक जलाएं. इसमें दो बातियां लगाना शुभ माना गया है. एक गुरु की कृपा के लिए और दूसरी लक्ष्मी के आशीर्वाद हेतु. इसके बाद गुलाबी या पीले फूल अर्पित करें और ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं महालक्ष्म्यै नमः का 108 बार जाप करें.

यह विशेष उपाय भी करना चाहिए

माना जाता है कि यदि इस संध्या को घर के मुख्य द्वार पर दीपक जलाया जाए और उसमें थोड़ी हल्दी के दाने डाल दिए जाएं, तो नकारात्मक ऊर्जा घर में प्रवेश नहीं करती और धन का स्थायी वास होता है. इसके साथ ही केसर मिले खीर का भोग लगाना और गुरुवार के दिन गरीबों या ब्राह्मणों को भोजन कराना विशेष फलदायी माना गया है.