अलवर/ रायपुर- छत्तीसगढ़ में अपने परम भक्त की बेटी से अश्लील हरकत करने वाले अलवर के फलाहारी बाबा की हरकतें सुनेंगे तो गुस्से से भर उठेंगे. बाबा की अजीबोगरीब करतूत हैरान भी करेगी और परेशान भी कि जिन पर भक्तों की अंधश्रद्धा हैं, वह बाबा आखिर कैसे ऐसी हरकत कर सकता है. बताया जा रहा है कि फलाहारी बाबा अपनी जीभ पर शहद भरकर उसे ओम लिखते हुए चाटने के लिए कहता था. बाबा की हैवानियत का शिकार हुई पीड़िता ने इस मामले का खुलासा किया है. पीड़िता के मुताबिक बाबा कहता था- ऐसा करने पर दिव्य ज्ञान की प्राप्ति होगी.
कहा ये भी जा रहा है कि फलाहारी बाबा ने ऐसी हरकत किसी एक महिला या युवती से नहीं बल्कि दर्जनों के साथ की है. बाबा की पहुंच की वजह से कभी इस मामले की शिकायत नहीं की गई, लेकिन टीवी पर सिरसा डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम के कारनामों को देखने के बाद बिलासपुर की पीड़िता बेटी ने बाबा को बेनकाब करने का संकल्प लिया और बाबा की असलियत सामने आई.
पीड़िता ने बिलासपुर पुलिस को दर्ज कराए गए अपने बयान में बाबा की हरकतों की सिलसिलेवार कहानी बताई है.
गिरफ्तारी के डर से अस्पताल में भर्ती ?
सूत्र बताते हैं कि फलाहारी बाबा को जैसी ही इस बात की भनक लगी कि छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर दी गई है. बाबा अलवर के अस्पताल में भर्ती हो गए. बिलासपुर पुलिस से केस डायरी मिलने के बाद अलवर एसपी राहुल प्रकाश, एएसपी पारस जैन, सीओ अनिल बेनीवाल समेत पुलिस के कई अधिकारी अस्पताल पहुंचे, लेकिन बाबा के आईसीयू में होने की वजह से बयान नहीं लिया जा सका.
विश्व हिन्दू परिषद के मार्गदर्शन मंडल का सदस्य है फलाहारी बाबा
फलाहारी बाबा की रसूख कितनी है इस मामले का खुलासा लल्लूराम डाॅट काॅम ने पूर्व की खबरों में किया था. बताया जा रहा है कि फलाहारी बाबा विश्व हिन्दू परिषद के मार्गदर्शक मंडल का सदस्य भी है. देश के संत-महात्माओं के बीच भी बाबा की अच्छी खासी पैठ मानी जाती है. दिव्य धाम में हर साल लाखों श्रद्धालु बाबा के दर्शन के लिए उमड़ते हैं. राजनेताओं से लेकर नौकरशाह तक बाबा के अनन्य भक्तों में शामिल है. वैसे तो देशभर में बाबा के लाखों भक्त हैं, लेकिन राजस्थान में फलाहारी महाराज का दखल सरकार के भीतर भी है. सरकार में काबिज सीएम से लेकर कई मंत्री बाबा के सामने कई दफे नतमस्तक करते नजर आ चुके हैं.
डंडे से देते हैं आशीर्वाद
भले ही बाबा का नाम कुकृत्य करने पर सुर्खियों में है, लेकिन आमतौर पर बाबा का कोई भक्त उन्हें छू नहीं सकता. फलाहारी बाबा के भक्त बताते हैं कि उन्हें छूने की मनाही है. अपने भक्तों औऱ श्रद्धालुओं को बाबा डंडे से आशीर्वाद देते हैं. बाबा के हाथों में हमेशा एक डंडा होता है. अलवर के दिव्य धाम से जुड़े सेवादार बताते हैं कि फलाहारी बाबा का नाम इसलिए पड़ा क्योंकि वह आहार में केवल फल का सेवन करते हैं.