नई दिल्ली। शनिवार को वसंत विहार के वसंत अपार्टमेंट में फ्लैट नम्बर-207 में एक 55 वर्षीय महिला समेत उसकी 30 और 26 वर्षीय दो बेटियों का शव मिला था. आत्महत्या के इस मामले में रविवार को कई अन्य जानकारियां भी सामने आई हैं.

मृतकों की पहचान मंजू श्रीवास्तव (मां) और दो बेटियां अंशिका और अंकू के रूप में हुई है. पुलिस उपायुक्त (दक्षिण पश्चिम) मनोज सी. ने कहा कि एक स्थानीय निवासी ने रात करीब 8.55 बजे पीसीआर को कॉल कर बताया कि एक घर अंदर से बंद है.

लोग दरवाजा नहीं खोल रहे हैं. सूचना मिलते ही पुलिस तुरंत हरकत में आ गई. थाना प्रभारी समेत अन्य कर्मचारी मौके पर पहुंचे और देखा कि दरवाजे और खिड़कियां चारों तरफ से बंद हैं. फ्लैट भी अंदर से लॉक है.

धुंआ फैलाने जलाई अंगीठी

डीसीपी ने कहा, पुलिस ने जब दरवाजा खोला, तो पाया कि एक गैस सिलेंडर आंशिक रूप से खुला था और वहां से एक सुसाइड नोट बरामद किया गया है. जैसे ही पुलिस कमरों की जांच करने के लिए आगे बढ़ी, तो उन्हें चार छोटी-छोटी अंगीठी दिखी और तीन शव बिस्तर पर पड़े मिले. जिससे तीनों ने आत्महत्या की.

गैस चेंबर बना कमरा

अंगीठी से निकलने वाला धुआं बाहर न निकले, इसके लिए कमरे को पूरी तरह से पॉलीथिन से सील कर दिया गया था. जिसकी वजह से कमरा ‘गैस चैंबर’ बन गया और जहरीले धुएं में दम घुटने के कारण तीनों की मौत हो गई. इसके अलावा कमरे की दीवार पर सुसाइड नोट के कुछ पन्ने चिपकाए गए थे.

सुसाइड नोट में चेतावनी

पुलिस को मिले सुसाइड नोट में फ्लैट के अंदर घुसने वाले लोगों के लिए चेतावनी लिखी हुई थी. इसमें लिखा था- कमरे में बेहद जानलेवा कार्बन मोनोऑक्साइड गैस भरी हुई है, जो कि ज्वलनशील है. कृपया खिड़की खोलकर और पंखा खोलकर कमरे को वेंटिलेट करें. माचिस, मोमबत्ती या कुछ भी न जलाएं. पर्दा हटाते समय सावधान रहें, क्योंकि कमरा खतरनाक गैस से भरा है, सांस न लें.

पुलिस को मिला सुसाइड नोट

प्रारंभिक जांच से पता चला है कि घर के मालिक उमेश श्रीवास्तव की अप्रैल 2021 में कोविड 19 के कारण मृत्यु हो गई थी. तब से परिवार डिप्रेशन में था. जिसके चलते परिवार ने आत्महत्या जैसा कदम उठाया.

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