सत्यपाल राजपूत, रायपुर। पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री टीएस सिंहदेव ने आज नया रायपुर स्थित निमोरा कार्यालय में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों की समीक्षा बैठक की. बैठक के बारे में सिंहदेव ने बताया कि पहले स्वच्छ भारत मिशन की समीक्षा की गई. उसके बाद ग्रामीण विकास एवं पंचायत विभाग की समीक्षा की गई. पंचायत विभाग के तहत सामान रूप से ये देखने को मिलता है कि विकास विभाग में ज़्यादा ध्यान होता है पंचायत विभाग की अपेक्षाकृत कम होता है.
पंचायत विभाग की सारी व्यवस्थाएं जो ज़िलों की है, जनपदों की है पंचायतों के अधिकार, उनकी शक्तियां, बकाया राशि कितनी है वर्तमान समय में क्या ज़रूरत है, इन तमाम विषयों पर चर्चा हुई.
बैठक में निर्णय लिया गया है कि ग्राम पंचायतों के सचिवालय हफ़्ते में एक दिन नियमित रूप से ही लगना चालू हो जाए. पंचायत के जो साथ विभाग है, प्रमुख उनकी उपस्थिति सचिवालय में होना चाहिए. अगर पटवारी के पास एक से अधिक गांव का प्रभार है तो कम से कम एक दिन निर्धारित होना चाहिए और कार्यालय में उन सभी विभाग के अधिकारी मौजूद रहेंगे. इस तरह लगातार समस्याओं के समाधान और उपायों पर समीक्षा की जा रही है.
पंचायत की जो परिसंपत्तियां है, उसकी एक समीक्षा होनी चाहिए और रजिस्टर में अंकित होना ज़रूरी है. साथ ही पंचायत मंत्री ने कहा कि आज हमें नहीं मालूम कि प्रदेश में 11,695 पंचायत हैं और उनके अधीन ग्राम है. कहां कि क्या स्थिति है अगर मुझसे पूछा जाए तो मुझे भी नहीं पता.