नितिन नामदेव, रायपुर। राजधानी के रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा को लेकर जिम्मेदारों की लापरवाही देखने को मिल रही है. रोजाना 50 हजार यात्रियों की आवाजाही होती है. देश-प्रदेश के कोने-कोने से लोग आते हैं. यात्री कौन का सामान लेकर आ रहा है, जा रहा है. इसकी पड़ताल के लिए लगाए गए स्कैनर मशीन का उपयोग ही नहीं किया जा रहा है. यहां तक मौके पर तैनात जवान भी नजर नहीं आते हैं. यह भी पढ़ें : CG Dhan Kharidi: इस जिले के 31 केंद्रों में आज नहीं होगी धान की खरीदी, बारिश बनी बाधा, रख रखाव की चुनौती…

रेलवे स्टेशन के सामने की तरफ से प्रवेश करने के लिए कुल तीन गेट हैं. वहीं एक गेट गुढि़यारी की तरफ है. सुबह यात्रियों का सबसे ज्यादा आना-जाना होता है, क्योंकि रायपुर से आस-पास के जिलों में जाने वाले रायपुर रेलवे स्टेशन से जाते है. और बाहर प्रदेशों से बड़ी संख्या में ट्रेन रायपुर पहुंचती है.

लल्लूराम डॉट कॉम की टीम ने करीब 10.20 मिनट में सुरक्षा व्यवस्था देखने पहुंची. तो मेन गेट में प्रवेश द्वार लगी स्कैनर मशीन चालू थी, लेकिन वहां चेकिंग करवाने वाले कोई नहीं था. न तो अधिकारी थे, और न ही कोई सुरक्षाकर्मी. ऐसे में यात्री अपने सामान की जांच बिना चेक करवाए आते-जाते नजर आए.

अधिकारी कर रहे रेलवे स्टेशन का इंस्पेक्शन

सुबह करीब 10 से ही रायपुर के रेलवे के अधिकारी और पुलिस बल, रायपुर रेलवे स्टेशन में इंस्पेक्शन कर रहे थे. बता दे कि अमृत स्टेशन योजना के तहत रायपुर रेलवे स्टेशन को री-डेवलपमेंट करने का काम तेजी से चल रहा है. जिसको लेकर निरीक्षण किया जा रहा है. ठीक उसी समय अधिकारी स्कैनर मशीन के पास से गायब थे.