रायपुर। हरियर छत्तीसगढ़ बारिश में और भी हरा-भरा हो जाता है. धान की खेती के साथ हरा रंग चढ़ने लगता है. किसान खेती के रंग में रंगने लगते हैं. किसान ही नहीं नेता भी खेती-किसानी में रम जाते हैं और जो नेता मूलतः किसान हैं उनकी तस्वीरें भी फिर इसी से जुड़ी हुई आने लगती है. जैसे पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की तस्वीरें सोशल मीडिया पर छाई हुई हैं.

वैसे भूपेश बघेल खेतों में अक्सर जाते रहते हैं और वे किसानी से जुड़ी हुई अपनी तस्वीरों को सोशल मीडिया पर साझा भी करते रहते हैं, लेकिन खेतों से उनकी जो तस्वीरें अभी तक आती रही हैं उनमें आपने उन्हें और उनके बेटे को ही देखा होगा. लेकिन आज जो तस्वीर उन्होंने साझा की वो कुछ और खेती की नई तकनीक को लेकर खास भी है. भूपेश बघेल ने नई तकनीक के साथ खेती करने और पूरे परिवार के साथ रोपाई करने की तस्वीरों को सोशल मीडिया पर साझा किया है.

तस्वीरों में भूपेश बघेल के साथ उनकी पत्नी, बेटा और बेटी भी साथ हैं. बघेल सपरिवार मशीन से धान की रोपाई करते हुए नजर आ रहे हैं. रोपाई की यह तकनीक नई है. यह परंपरागत रोपाई से बिल्कुल अलग है.

इन तस्वीरों को पोस्ट करते हुए भूपेश बघेल ने ददरिया के गीतों की तरह छत्तीसगढ़ी में लिखा है-
नवा तकनीक, नवा किसान
चलव खेत म रोपबो धान

इन पंक्तियों के साथ बघेल ने लिखा है- “अवसर था कुरुदडीह में सपरिवार खेती देखने जाने का। मानसून धीरे-धीरे धरती को हरे के अनगिनत रंगत से भर रहा है। थोड़े ही दिनों में खेतों में धान लहलहाने लगेगा। यह किसानों के लिए पर्व का भी समय है और अथक परिश्रम का भी।”

देखिए तस्वीरें –