जीएस भरती, सीहोर। मध्य प्रदेश के सीहोर जिले में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां एक बुजुर्ग आदिवासी को अपने जिंदा होने का सबूत देने के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है। लेकिन अब तक उसे न्याय नहीं मिल सका। वहीं पंचायत सीईओ ने जांच कर कार्रवाई करने की बात कही है।
यह पूरा मामला जिले के भुराट गांव है। जहां एक बुजुर्ग आदिवासी अपने जिंदा होने ने का सबूत देने के लिए जगह-जगह चक्कर लगाना पड़ रहा है। दरअसल, पंचायत सचिव ने लापरवाही से 2014 में ही जीवित व्यक्ति का मृत्यु प्रमाण पत्र जारी कर दिया था। तब से ही यह व्यक्ति अपने आप को जीवित साबित करने के लिए सरकारी ऑफिसों के चक्कर लगा रहा है। लेकिन उसे अभी तक न्याय नहीं मिल पाया है।
सीईओ ने कही ये बात
जिला पंचायत सीईओ आशीष तिवारी ने मामले के बारे में पूछने पर बताया कि इस मामले की जांच चल रही है। इसमें जो भी दोषी होगा जांच पूर्ण होने पर उचित कार्रवाई की जाएगी।
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