सत्यपाल राजपूत, रायपुर. एनएबीएल लैब रिपोर्ट में जब्त पान मसाला व गुटखों का सैंपल अमानक पाया गया है. अब फूड सेफ्टी ऑफिसर विवेचना के बाद मामले को सीजीएम कोर्ट में पेश करेगी. दरअसल पिछले दिनों नियंत्रक खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग ने दबिश देकर सैंपल जब्त किया था. प्रारंभिक रिपोर्ट अमानक पाया गया था. इसके बाद गुटखा संस्थानों को रेफरल लैब एनएबीएल में जांच के लिए मौका दिया गया था.

सभी सैंपल जांच के लिए एनएबीएल लैब (राष्ट्रीय परीक्षण और अंशशोधन प्रयोगशाला प्रत्यायन बोर्ड) गाजियाबाद व कोलकाता भेजा गया था. जिसकी रिपोर्ट आ गई है. रिपोर्ट में विमल, राजश्री, पान पराग सहित 21 अलग-अलग पान मसाला व गुटखों को असुरक्षित एवं मिस ब्रांड पाया गया है.

नियंत्रक खाद्य एवं औषधि, प्रशासन विभाग के संचालक सत्यनारायण राठौर ने बताया कि गुटखे पर नियंत्रण करने के लिए कार्रवाई की गई थी, जिसके विभागीय रिपोर्ट में अमानक पाया गया था. जांच में 21 ब्रांड के गुटखा और पान मसाला असुरक्षित पाये गए थे. उनको नोटिस भेजा जा चुका है.

एनएबीएल लैब गाजियाबाद कोलकाता से जांच रिपोर्ट आ गई है और जो असुरक्षित पाए गए हैं उन पर फूड सेफ्टी के तहत कार्रवाई होगी. फूड सेफ्टी ऑफिसर विवेचना करेंगे फिर सीजीएम कोर्ट में केस फाइल किया जाएगा. यदि मामला सीजीएम कोर्ट में साबित होता है तो 6 महीने की सजा के साथ अर्थदंड लगाया जाएगा.