काठमांडू। नेपाल की राजधानी काठमांडू में गोलगप्पे की बिक्री पर स्थानीय प्रशासन ने प्रतिबंध लगा दिया है. भारत की ही तरह नेपाल में आम लोगों में गोलगप्पे लोकप्रिय हैं, लेकिन प्रतिबंध लगाए जाने के पीछे बड़ी वजह भी है.

दरअसल, पिछले कुछ दिनों से काठमांडू घाटी में हैजा के 12 मामले सामने आ चुके हैं. ऐसे में स्‍थानीय प्रशासन (ललितपुर मेट्रोपॉलिटन सिटी) ने गोलगप्पे की बिक्री पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है, जिससे हैजा पर नियंत्रण हासिल करने में मदद मिल सके. केवल गोलगप्पे ही नहीं स्‍थानीय प्रशासन खुले में बेचे जाने वाली तमाम चीजों की बिक्री को लेकर सख्ती अपना रहा है.

शहर पुलिस प्रमुख सीताराम हचेथु ने बताया कि हैजा की रोकथाम के लिए कई कड़े कदम उठाए जा रहे हैं. भीड़-भाड़ वाली जगहों और कॉरिडोर में गोलगप्पे की बिक्री को रोकने की पूरी तैयारी कर ली गई है. इसके साथ ही लोगों को भी ऐसी चीजों से दूर रहने के लिए कहा जा रहा है जिससे हैजा का प्रकोप बढ़ सकता है.

स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय ने किया अलर्ट

काठमांडू घाटी में फैल रहे हैजा को लेकर नेपाल के स्वास्थ्य और जनसंख्या मंत्रालय ने अलर्ट जारी किया है. महामारी विज्ञान और रोग नियंत्रण प्रभाग के निदेशक चुमानलाल दास ने कि काठमांडू महानगर में हैजा के पांच मामलों की पहचान की गई है, वहीं चंद्रगिरी नगर नगर पालिका और बुधनिलकांठा नगर पालिका में एक-एक मामले सामने आया है. इसके साथ ही घाटी में हैजा के कुल 12 मामले अब तक सामने आ चुके हैं. मंत्रालय ने हैजा के लक्षण दिखते ही स्‍वास्‍थ्‍य केंद्र में जाने के लिए ताकीद किया है.

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