स्पोर्ट्स डेस्क– आईपीएल का रोमांच अब शुरू हो चुका है, और हर दिन हाईवोल्टेज घमासान के दौर भी शुरू हो चुके हैं, आईपीएल सीजन-13 का चौथा मैच चेन्नई सुपरकिंग्स और राजस्थान रॉयल्स के बीच खेला गया, जो हाईवोल्टेज और हाईस्कोरिंग मैच था जिसमें राजस्थान रॉयल्स की टीम ने चेन्नई सुपरकिंग्स की टीम को 16 रन से हरा दिया।
राजस्थान रॉयल्स की टीम ने चेन्नई सुपरकिंग्स के सामने 217 रन का टारगेट सेट किया था जिसके जवाब में चेन्नई सुपरकिंग्स की टीम 20 ओवर में 6 विकेट खोकर 200 रन ही बना सकी थी, और चेन्नई सुपरकिंग्स की टीम को हार का सामना करना पड़ा था।
इस हार के बाद चेन्नई सुपरकिंग्स के कप्तान एम एस धोनी के एक फैसले की जमकर आलोचना हो रही है, जिसमें एम एस धोनी खुद नंबर-7 पर बल्लेबाजी करने मैदान पर उतरे थे।
क्रिकेट के पूर्व दिग्गजों को एम एस धोनी के नंबर-7 पर बल्लेबाजी करने आना सही नहीं लगा, और उन्होंने इस हार की वजह एम एस धोनी के निचले क्रम पर बल्लेबाजी करने आने को बताया। पहले ही गौतम गंभीर और केविन पीटरसन एम एस धोनी के निचले क्रम में बल्लेबाजी करने की आलोचना कर चुके हैं।
पूर्व दिग्गज वीरेंन्द्र सहवाग ने कहा है कि आखिरी ओवर में धोनी के लगाए गए तीन सिक्सर की वजह से आपको लग सकता है कि सीएसके जीत के करीब थी लेकिन सच दूसरा है धोनी ने जिस तरह से पारी के बीच में डॉट बॉल खेले हैं उससे ही साफ है कि वो जीत की उम्मीद छोड़ चुके थे।
सहवाग का मानना है कि धोनी को थोड़ी और ऊपरी क्रम में बल्लेबाजी करने के लिए आना चाहिए था। पूर्व दिग्गज वीरेंन्द्र सहवाग आगे कहते हैं कि धोनी खुद ऊपरी क्रम पर बल्लेबाजी करने आते या फिर रविंन्द्र जडेजा को भेजते अगर पारी के बीच में 20 या 22 रन ज्यादा बना लिए जाते तो आखिरी ओवर्स में जीत की संभावना बन सकती थी।
वहीं गौतम गंभीर ने भी मैच के बाद एम एस धोनी पर जमकर निशाना साधा था, गौतम गंभीर ने कहा कि जो तीन सिक्सर एम एस धोनी ने लगाए वो सिर्फ खुद के लिए बनाए गए रन थे, उन्होंने मैच जीतने की कोशिश ही नहीं की।
केविन पीटरन धोनी के लोअर ऑर्डर में बल्लेबाजी की आलोचना करते हुए कहते हैं कि पीटरसन ने सातवें नंबर पर धोनी के बल्लेबाजी करने के फैसले को नॉनसेंस बताया था।
हालांकि एम एस धोनी ने सातवें नंबर पर बल्लेबाजी को लेकर कहा था कि वो देर से बल्लेबाजी करने के लिए इसलिए आए थे क्योंकि उन्होंने एक साल से बल्लेबाजी नहीं की थी इसलिए वो अपने लिए कुछ वक्त चाहते थे।
गौरतलब है कि एम एस धोनी के इस फैसले को लेकर भले ही पूर्व दिग्गज सवाल खड़े कर रहे हैं, लेकिन एम एस धोनी ऐसे कप्तान हैं जो अपने हिसाब से ही फैसले करते हैं। राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ खेले गए मैच मे एम एस धोनी ने 17 गेंद में 29 रन की नाबाद पारी खेली थी जिसमें 3 सिक्सर लगाए थे ।