चंडीगढ़, पंजाब। 2008 बैच के सीनियर IAS अफसर संजय पोपली को कुछ दिन पहले ही भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. अब एक बड़ी खबर निकलकर सामने आ रही है कि संजय पोपली के बेटे कार्तिक पोपली की मौत गोली लगने से हो गई है. घटना के वक्त विजिलेंस टीम पोपली के चंडीगढ़ स्थित घर पर जांच के लिए पहुंची थी. परिवार का आरोप है कि कार्तिक को विजिलेंस टीम ने गोली मारी है. वहीं, चंडीगढ़ के एसएसपी कुलदीप चहल ने कहा कि कार्तिक ने अपने लाइसेंसी पिस्टल से खुद को गोली मारी है.

इकलौते बेटे के गम में दुखी मां ने खाई कसम

इकलौते बेटे के गम में दुखी मां ने कहा कि उनके बेटे की मौत के लिए पुलिस जिम्मेदार है. उन्होंने कहा कि जब तक इन पुलिस वालों की वर्दी न उतरवाई, वे बेटे के खून लगे हाथ को नहीं धोएंगी. संजय पोपली के साथ ही सीवरेज बोर्ड के एक और अधिकारी संजीव वाट्स (सुपरिटेंडिंग इंजीनियर) की भी गिरफ्तारी हुई थी. सीनियर IAS अफसर संजय पोपली पर आरोप है कि उन्होंने सीवरेज बोर्ड में रहते 7.3 करोड़ के प्रोजेक्ट में 1% कमीशन मांगा था. इसकी पहली किश्त दे भी दी गई थी. हालांकि दूसरी किश्त का दबाव डाले जाने पर रिकॉर्डिंग सरकार तक पहुंच गई. जिसके बाद सोमवार देर रात आईएएस ऑफिसर संजय पोपली को चंडीगढ़ से गिरफ्तार कर लिया गया. पोपली इस वक्त पेंशन डायरेक्टर थे.

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संजय पोपली पर आर्म्स एक्ट का केस भी दर्ज

संजय पोपली की गिरफ्तारी के बाद विजिलेंस ने उनके चंडीगढ़ के सेक्टर 11 स्थित घर की तलाशी ली थी. वहां से 73 कारतूस मिले थे. इनमें 7.65MM के 41, .32 बोर के 2 और .22 बोर के 30 कारतूस भी शामिल हैं, जिस वजह से पोपली पर आर्म्स एक्ट का केस भी दर्ज किया गया था.

IAS अफसर संजय पोपली

4 दिन पहले हुई थी अधिकारी की गिरफ्तारी

विजिलेंस ने 4 दिन पहले ही संजय पोपली को करप्शन के मामले में चंडीगढ़ से गिरफ्तार किया था. जिसके बाद उनके खिलाफ जांच की जा रही है. पोपली को आज ही मोहाली कोर्ट में पेश किया जाना है. परिवार का आरोप है कि उन्हें मानसिक रूप से परेशान किया जा रहा था. विजिलेंस उन पर झूठे बयान देने के लिए दबाव डाल रही थी. परिवार के मुताबिक विजिलेंस की टीम उनके घर आई थी. इसी दौरान कार्तिक और विजिलेंस अफसरों के बीच बहस हुई. कार्तिक की मां ने कहा कि जब मैं ऊपर गई तो विजिलेंस वाले ने उनके बेटे पर पिस्टल तान रखी थी. इसके बाद उन्हें नीचे भेज दिया गया. इसके बाद उन्होंने गोली की आवाज सुनी, बाद में पता चला कि यह उनके बेटे को लगी है. उन्होंने कहा कि उनके पति को झूठे केस में फंसाया गया है.

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तत्कालीन कांग्रेस सरकार के वक्त हुई डीलिंग

बता दें कि करनाल के गवर्नमेंट कॉन्ट्रैक्टर संजय कुमार ने प्रोजेक्ट में कमीशन मांगे जाने की शिकायत की थी. उन्होंने बताया कि संजय पोपली पिछली कांग्रेस सरकार में वॉटर सप्लाई एवं सीवरेज बोर्ड के CEO थे. इस दौरान नवांशहर में 7 करोड़ का प्रोजेक्ट बन रहा था. इसमें पोपली ने 1% कमीशन यानी 7 लाख की रिश्वत मांगी. ठेकेदार के मुताबिक 13 जनवरी 2022 को उन्हें कॉल आई कि पोपली रिश्वत मांग रहे हैं, जिसमें विभाग के ही सुपरिटेंडिंग इंजीनियर (SE) संजीव वाट्स के जरिए चंडीगढ़ में 3.50 लाख रुपए दे दी गई.

ठेकेदार ने कॉल रिकॉर्ड कर मुख्यमंत्री की एंटी करप्शन हेल्पलाइन को भेजा

वहीं पहली किश्त देने के कुछ ही दिन बाद संजय पोपली दूसरी किश्त के साढ़े 3 लाख रुपए भी मांगने लगे. जिससे परेशान होकर ठेकेदार ने कॉल की रिकॉर्डिंग कर मुख्यमंत्री की एंटी करप्शन हेल्पलाइन को भेज दिया. शिकायत सही पाए जाने पर विजिलेंस ने पोपली को उनके चंडीगढ़ स्थित घर से गिरफ्तार कर लिया. उनके साथी आरोपी संजीव वाट्स को जालंधर से गिरफ्तार किया गया.