कपिल शर्मा, हरदा। जिले के चारूवा स्थित भगवान गुप्तेश्वर मंदिर ट्रस्ट में ट्रस्टी नियुक्त के मामले में घमासान मच गया है। मामले को लेकर अब मंदिर से जुड़े ट्रस्टी खुलकर मैदान में आ गए है। ट्रस्टियों ने मंगलवार को जनसुनवाई में पहुंचकर में कलेक्टर को पूरे मामले की शिकायत की है। ट्रस्टियों ने एसडीएम और तहसीलदार पर अवैध तरीके से ट्रस्ट में नियुक्त करने के आरोप लगाए है। साथ ही बायलॉज के अनुसार बनी प्रबंध समिति से पुलिस बल के जरिए अवैध रूप से ट्रस्ट के रिकॉर्ड और प्रबंध व्यवस्था पर कब्जा करने के गंभीर आरोप लगाए है।

कांग्रेस के पूर्व विधायक आरके दोगने ने गुप्तेश्वर मंदिर ट्रस्ट में भाजपा नेताओं और विधायक प्रतिनिधियों की नियुक्ति के आरोप लगाए है। उन्होंने प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल पर आरोप लगाते हुए कहा कि कमल पटेल मंदिर पर कब्जा करना चाहते है। वही गुप्तेश्वर मंदिर समिति के अध्यक्ष बसंत राव सिन्धे ने बताया कि खिरकिया एसडीएम और तहसीलदार ने अवैध रूप से कार्यवाही कर ट्रस्ट में नियुक्तियां की है, यह ट्रस्ट के नियमों के खिलाफ है।

उन्होंने बताया कि सालों पुराने इस ट्रस्ट में नियुक्ति के लिए बनाए नियमों की अनदेखी कर भाजपा नेताओं की नियुक्ति की जा रही है। उन्होंने बताया कि सोमवार को प्रशासन ने भाजपा नेताओं के दबाव में आकर ट्रस्ट के संविधान के अनुसार चुने सदस्यों को हटाकर नई समिति का गठन किया है। वर्तमान ट्रस्ट से जुड़े लोगों को परेशान कर रहे हैं। साथ ही ट्रस्ट की राशि और सम्पत्ति पर बलपूर्वक कब्जा जमाने का प्रयास कर रहे हैं।

उधर, कांग्रेस के पूर्व विधायक दोगने का कहना है कि कैबिनेट मंत्री को किसी साधारण ट्रस्ट की गतिविधियों में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए। यह उनके पद की गरिमा के अनुरूप नहीं है। उन्होंने कहा कि हमारा तो आरोप है कि कृषि मंत्री मंदिर पर कब्जा करना चाहते हैं, इसलिए इस तरह से कार्यवाही कर रहे हैं। कलेक्टर ऋषि गर्ग ने बताया कि जनसुनवाई में चारूवा मंदिर ट्रस्ट को लेकर शिकायत मिली है। एसडीएम खिरकिया से जांच रिपोर्ट मांगी है। जांच रिपोर्ट मिलने पर कार्यवाही की जाएगी।

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