Share Market: बुधवार, 23 जुलाई को घरेलू शेयर बाजार ने उम्मीद से बेहतर शुरुआत की. सेंसेक्स 250 अंकों की छलांग लगाकर 82,450 पर पहुंच गया, जबकि निफ्टी ने भी 80 अंकों की तेजी के साथ 25,130 का आंकड़ा पार किया. लेकिन इस चढ़ती चाल के बीच, बाजार का एक कोना ऐसा भी था जहां तेजी नहीं, गिरावट का सन्नाटा पसरा रहा — रियल्टी सेक्टर, जो 1.5% से ज्यादा टूट गया.

SECTOR WATCH: कौन चढ़ा, कौन फिसला?
आज के कारोबार में NSE के मेटल, फार्मा, और ऑटो सेक्टर्स में दमदार खरीदारी देखने को मिली. टाटा मोटर्स, अडाणी पोर्ट्स और एयरटेल जैसे दिग्गज शेयरों ने 1% से अधिक की छलांग लगाई.
वहीं दूसरी ओर, रियल्टी सेक्टर ने सबसे ज्यादा निराश किया — 1.50% से अधिक की गिरावट. इसके पीछे रियल एस्टेट क्षेत्र में ब्याज दरों और डिमांड को लेकर बढ़ती आशंकाएं बताई जा रही हैं.
टॉप गेनर्स:
- टाटा मोटर्स
- अडाणी पोर्ट्स
- एयरटेल
टॉप लूज़र्स:
- SBI
- टाइटन
- अल्ट्राटेक सीमेंट
ग्लोबल बाजार का मिला पॉजिटिव सपोर्ट
विदेशी बाजारों से मिले मजबूत संकेतों ने घरेलू निवेशकों का मनोबल बढ़ाया.
जापान का निक्केई 3.21% उछलकर 41,053 पर
कोरिया का कोस्पी हल्की बढ़त के साथ 3,170 पर
हैंगसेंग 0.98% ऊपर 25,375 पर
शंघाई कंपोजिट 0.75% चढ़कर 3,608 पर
अमेरिका के संकेत:
डाउ जोन्स 0.40% ऊपर
नैस्डेक 0.39% नीचे
S&P 500 0.064% चढ़ा
इन आंकड़ों से साफ है कि ग्लोबल सेंटिमेंट अभी मिश्रित लेकिन सकारात्मक बना हुआ है.
निवेशकों की चाल: FII vs DII
22 जुलाई को:
FIIs ने 3,548.92 करोड़ रुपए के शेयर बेचे
DIIs ने 5,239.77 करोड़ रुपए की नेट खरीदारी की
जुलाई माह में अब तक:
FIIs की नेट बिकवाली: ₹22,185.90 करोड़
DIIs की नेट खरीदारी: ₹30,711.72 करोड़
जून महीने में:
FIIs की नेट खरीदारी: ₹7,488.98 करोड़
DIIs की जबरदस्त पकड़: ₹72,673.91 करोड़
स्पष्ट है कि जहां विदेशी निवेशक मुनाफा वसूली में लगे हैं, वहीं घरेलू निवेशक बाजार में लगातार भरोसा जता रहे हैं.
कल क्या हुआ था?
22 जुलाई को बाजार में हल्की मंदी देखी गई थी. सेंसेक्स 14 अंक गिरकर 82,187 पर बंद हुआ और निफ्टी 30 अंक टूटकर 25,061 पर बंद हुआ था. सिर्फ 12 सेंसेक्स स्टॉक्स में तेजी और बाकी 18 शेयरों में गिरावट दर्ज की गई. हालांकि, जोमैटो (अब इटरनल) ने शानदार Q1 रेवेन्यू के चलते 10.32% की छलांग लगाई थी.
बाजार में रियल्टी सेक्टर ही क्यों टूटा?
इसका कारण विशेषज्ञ रील एस्टेट सेक्टर की वैल्यूएशन, ब्याज दरों की अनिश्चितता और हाउसिंग डिमांड में संभावित ठहराव को मानते हैं. जबकि अन्य सेक्टर्स में बढ़ती खपत और वैश्विक मांग के कारण पॉजिटिव ब्रेकआउट देखने को मिला.
तेजी का माहौल लेकिन सतर्कता जरूरी
आज के बाजार ने यह साफ कर दिया कि तेजी और गिरावट दोनों साथ चल रहे हैं. हालांकि सेंसेक्स और निफ्टी चढ़े, लेकिन रियल्टी जैसे सेक्टर्स की कमजोरी आने वाले जोखिमों की ओर संकेत कर रही है.
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