रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में राज्य सरकार जनता से जुड़े कार्यों को समय-सीमा पर पूर्ण करने प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। इसका एक उत्कृष्ट उदाहरण कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान में देखने को मिला है.
यहां उपवनक्षेत्रपाल के पद पर पदस्थ उदय सिंह कुमरे की आकस्मिक निधन के 48 घंटे के भीतर ही उनके पुत्र आयुष कुमरे को वनरक्षक के पद पर अनुकम्पा नियुक्ति दी गई है। वन विभाग के इस त्वरित फैसले से कुमरे परिवार को बड़ी राहत मिली और उनके द्वारा सरकार का आभार जताया है।
गौरतलब है कि 29 मई को उदय सिंह कुमरे की अचानक मौत की सूचना मिलने के बाद वन विभाग ने राष्ट्रीय उद्यान में अन्य कोई परिक्षेत्र अधिकारी पदस्थ नहीं होने के कारण वैकल्पिक व्यवस्था की, जिसमें खोरबहरा राम कश्यप, उपवनक्षेत्रपाल को प्रभारी पार्क परिक्षेत्र अधिकारी कोटमसर और कोलेंग का प्रभार दिया गया था।
प्रधान मुख्य वन संरक्षक राकेश चतुर्वेदी तथा मुख्य वन संरक्षक (वन्य प्राणी) अभय श्रीवास्तव के मार्गदर्शन में त्वरित कार्रवाई करते हुए 31 मई को ही निदेशक कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान गणवीर धम्मशील द्वारा उदय सिंह कुमरे के पुत्र आयुष कुमरे की अनुकंपा नियुक्ति के लिए सूचना जारी कर दी गई। कुमरे परिवार के लिए यह तुरंत मिलने वाली सहायता दुःख के इस कठिन घड़ी में काफी मददगार साबित होगी.