निशांत राजपूत, सिवनी। मध्यप्रदेश के सिवनी (Seoni) जिले के 8 पैरामेडिकल कॉलेजों में लाखों की छात्रवृत्ति घोटाला (Scholarship scam) का मामला सामने आया है। जिसको लेकर स्थानीय प्रशासन यानी जनजाति कार्य विभाग हरकत में आ गया है। एमपी हाईकोर्ट (MP High Court) के निर्देश के बाद अब जो कॉलेज संचालक हैं, उनकी संपत्ति की कुर्की की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।

सिवनी जिले के मीनाक्षी एकेडमी ऑफ पैरामेडिकल स्टडीज सिवनी, अणिमा इंस्टीट्यूट ऑफ पैरामेडिकल टेक्नोलॉजी लखनादौन, यशपाल पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट सिवनी, यशपाल पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट बरघाट, सर्वमान्य इंस्टीट्यूट ऑफ पैरामेडिकल टेक्नोलॉजी सिवनी, योग माया इंस्टीट्यूट ऑफ पैरामेडिकल टेक्नोलॉजी सिवनी, ज्ञान गंगा इंस्टीट्यूट ऑफ पैरामेडिकल टेक्नोलॉजी सिवनी, सृष्टि पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट बरघाट का नाम शामिल है।

बता दें कि इन आठ पैरामेडिकल कॉलेज के चार संचालक हैं, जिनमें से एक कॉलेज संचालित है। बाकी के सात कॉलेज घोटाले के बाद बंद कर दिए गए हैं।

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ये है पूरा मामला

एमपी लॉ स्टूडेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष एडवोकेट विशाल बघेल ने याचिका लगाई है। अधिवक्ता विजय बघेल ने जनहित याचिका दायर कर हाईकोर्ट को बताया था कि वर्ष 2010 से 2015 तक प्रदेश के सैकड़ों निजी पैरामेडिकल कॉलेज संचालकों ने फर्जी छात्रों को एडमिशन दिखाकर सरकार से करोड़ों रुपये की छात्रवृत्ति की राशि हड़प कर ली थी। जांच के बाद प्रदेश भर में 100 से ज्यादा कॉलेज संचालकों पर एफआईआर दर्ज हुई थी।

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