रायपुर- महासमुंद जिले के नर्रा गांव में अवैध शराब की बिक्री के विरोध में आंदोलन कर रहे ग्रामीणों की गिरफ्तारी को बीजेपी ने अलोकतांत्रिक करार दिया है. नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा है कि पूरे प्रदेश में अवैध शराब की बिक्री चरम पर है. इसे रोकने प्रदेश सरकार पूरी तरह से नाकाम है. उन्होंने कहा कि अब लगने लगा है कि अवैध शराब की बिक्री को लेकर राज्य में एक अलग मंत्रालय चल रहा है.
धरमलाल कौशिक ने कहा कि पूरे प्रदेश में अवैध शराब की बिक्री चरम पर है. इसे रोकने में प्रदेश की कांग्रेस सरकार पूरी तरह से नाकाम है, लेकिन जब अवैध शराब के विरोध में जनमानस और समाज मुखर हो रहा है तो प्रदेश की सरकार पुलिसिया दमन का सहारा ले रही है. उन्होंने कहा कि अब लगने लगा है कि प्रदेश में अवैध शराब की बिक्री को लेकर अलग से मंत्रालय ही चल रहा है, जिसके माध्यम से ही पूरे प्रदेश में अवैध शराब की बिक्री को लेकर शराब तस्करों के तरफ से एक लक्ष्य निर्धारित किया गया है जिसके आगे आबकारी विभाग मौन है जो कई सवालों को जन्म देता है.
नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कहा कि महासमुंद जिले के कोमाखान थाना के अंतर्गत ग्राम नर्रा में अवैध शराब की बिक्री को लेकर आंदोलन कर रहे ग्रामीणों की बात सुनने के बजाय उन्हें बल पूर्वक गिरफ्तार कर लिया गया है जो अलोकतांत्रिक घटना है. अवैध शराब के खिलाफ ग्रामीण सत्याग्रह चला रहे हैं तो वहीं प्रदेश की सरकार असत्यता को आधार मानकर आंदोलन को कुचलने में लगी है जिसका हम निंदा करते है. उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में कमोबेश एक ही स्थिति है. गांव, गली, कूचे में अवैध शराब सहजता से उपलब्ध है और यही प्रदेश की सरकार है जो शराबबंदी के नाम पर सत्ता पर आयी है लेकिन अब सत्ता में आने के बाद अवैध शराब की बिक्री को प्रोत्साहित कर रही है.
नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने नर्रा गांव में गिरफ्तार किए गए ग्रामीणों के संबंध में महासमुंद के एसपी को जनहित में काम करने के साथ ही बेवजह किसी को परेशान नहीं करने की बात कही है. नर्रा में गिरफ्तार ग्रामीणों के समर्थन में स्थानीय लोगों में आक्रोश है जिसे लेकर ज्ञापन भी सौंपा गया है साथ ही न्याय नहीं मिलने पर उग्र प्रदर्शन की बात कही गई है.