रायपुर। राखियों में तरह-तरह की कलाकारी को आपने देखा होगा, लेकिन क्या आप यकीन करेंगे कि राखी में फल और सब्जियों के बीज का इस्तेमाल किया जा रहा है. हां, यह काम सेरीखेड़ी की महिलाएं कर रही हैं, जो फल-सब्जी के बीज के साथ कपड़ों से भी नाना प्रकार की आकर्षक राखियां बना रही हैं.

इस मामले में जिला पंचायत के सीईओ गौरव सिंह ने बताया कि इस बार हमने प्लान किया है कि सब्जी और फलों के बीज से राखी बनाई जाए और त्योहार के बाद यदि उन राखियों को अगर जमीन में डाल दिया जाएगा तो पर्यावरण को भी लाभ होगा. यही नहीं महिलाएं कपड़े और ग्लिसरीन से भी राखिया बना रही हैं.

सीईओ ने बताया कि इसके अलावा इस बार 2 बॉक्स बनाए गए हैं, जिसमें एक में बहनों के लिए कि हर्बल टीका, रोली, चंदन, गंगाजल, गोबर का दीया, एक इको फ्रेंडली राखी के साथ चॉकलेट भी दिया जाएगा. वहीं भाइयों के लिए बनाए गए बॉक्स में डिजाइनर मास्क, साबुन और सेनिटाइजर और चॉकलेट दिया जाएगा.

उन्होंने बताया कि इन सामग्रियों की बुकिंग भी काफी हो रही है. कई लोगों ने फोन से आर्डर भी दिए. मैं सभी से आग्रह करूंगा कि पर्यावरण को बचाने की दिशा में इन राखियों को अगर आप लेते हैं, तो ना केवल अपने साथ-साथ पर्यावरण के लिए भी कुछ अच्छा करेंगे.