Gorakhpur News. दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजेश सिंह पर विश्वविद्यालय के निलंबित प्रोफेसर कमलेश कुमार गुप्त ने गंभीर आरोप लगाए हैं. आरोप है कि NAAC मूल्यांकन में अच्छे ग्रेड के लिए हजारों विद्यार्थियों की फर्जी ईमेल आईडी तैयार करवाई गई है. उन्होंने कहा कि यदि मेरा आरोप गलत प्रमाणित होता है तो मैं हर सजा भुगतने को तैयार हूं.
हिंदी विभाग के प्रो. कमलेश गुप्त ने अपने फेसबुक अकाउंट पर पोस्ट में कई गंभीर आरोप लगाए हैं. प्रो. कमलेश गुप्त ने इस पोस्ट के बारे में पूछे जाने पर पुष्टि की कि उन्होंने ही यह पोस्ट किया है. इस पोस्ट में कुछ भी गलत हो तो वे उसकी सजा भुगतने को तैयार हैं. प्रो. कमलेश गुप्त के पोस्ट के मुताबिक, कुलपति ने NAAC मूल्यांकन के लिए दाखिल की गई एसएसआर में अच्छा ग्रेड पाने के लिए ढेर सारे झूठे दावे किए हैं. असत्य और भ्रमपूर्ण तथ्य शामिल करवाए हैं. संभव है, ऐसा कुछ अन्य जगहों पर भी हुआ हो लेकिन हमारे कुलपति जैसा काम किसी और कुलपति ने नहीं किया होगा.
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उन्होंने कहा कि हमारे कुलपति को इस बात की आशंका थी कि विद्यार्थी संतुष्टि सर्वेक्षण में कहीं सच न बोल दें, क्योंकि सच से दावों का पता चल सकता है. इसलिए उन्होंने विद्यार्थियों की वास्तविक ईमेल आईडी देने की जगह उनकी फर्जी ईमेल आईडी तैयार करवा के भिजवा दी है. विद्यार्थियों को उस ईमेल आईडी के बारे में कोई सूचना नहीं दी गई है, जिससे वह उसका पासवर्ड बदल कर अपने नियंत्रण में उसका इस्तेमाल कर सकें.
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