रायपुर। बीजेपी नेता गौरी शंकर श्रीवास ने इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति और अधीक्षक पर भ्रष्टाचार का गंभीर आरोप लगाया है. बीजेपी नेता का आरोप है कि विश्वविद्यालय द्वारा निकाली जा रही निविदाओं में अनियमितता की जा रही है और रिंग बनाकर कमीशनखोरी का खेल खेला जा रहा है.

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गौरीशंकर का आरोप है कि राज्य के वित्त सचिव, कुलसचिव और कंट्रोलर के सामने सारे मामलों की जानकारी आने के बाद कार्रवाई करने की बजाए वे खामोश हैं.

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गौरी शंकर का आरोप है कि विश्वविद्यालय में बन रहे इनकुवेशन में अपने चहेते फ़र्म को निविदा देने के लिए कुलपति पाटिल और भौतिक संयंत्र विभाग के अधीक्षक द्वारा सारे नियम क़ानून के विपरीत जाकर सुनियोजित तरीक़े से निविदा में घालमेल किया है. जिसका प्रमाणित खुलासा होने के बाद रजिस्ट्रार समेत राज्य सरकार के कंट्रोलर ने चुप्पी साध ली है. पूरे मामले में कृषि मंत्री रविंद्र चौबे को अंधेरे में रखा गया है.

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गौरी शंकर का कहना है कि सारे दस्तावेज ने ये साबित कर दिया है कि कुलपति पाटिल के संरक्षण में कृषि विश्वविद्यालय भ्रष्टाचार का एक अड्डा बन चुका है. उन्होंने पूरे मामले की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है.

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