कोलकाता। पश्चिम बंगाल विधानसभा की 34 सीटों के लिए सातवें चरण का मतदान सोमवार को जारी है. दोपहर 1.30 बजे तक 55.12 प्रतिशत मतदान हो चका था. इसके पहले 11.30 बजे तक 37.72 फीसदी वोटिंग दर्ज की गई थी. सातवें चरण में 86 लाख से अधिक मतदाता 284 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे. चुनाव आयोग ने निष्पक्ष और शांतिपूर्ण मतदान के लिए सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए हैं.
बंगाल चुनाव में इस बार सबसे ज्यादा किसी वर्ग की ज्यादा चर्चा है तो वह भद्रलोक ही है. बंगाली समाज के समृद्ध और मध्यम वर्ग से जुड़े इन लोगों की भागीदारी चुनाव में नहीं के बराबर रहती है, लेकिन इस बार चुनाव में इनकी अच्छी खासी सहभागिता देखने को मिल रही है. यह तब है जब भाजपा ने इस वर्ग पर खासा निशाना साधा है, यहां तक बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने अपने साक्षात्कार में इस वर्ग पर काफी गंभीर टिप्पणी की.
भद्रलोक के अलावा चुनाव के अन्य चरणों की तरह आम बंगालियों की सातवें चरण के चुनाव में अच्छी खासी भागीदारी देखने को मिल रही है. लोगों के उत्साह का ही परिणाम रहा कि सुबह साढ़े नौ बजे तक पश्चिम बंगाल में 17.47 फीसदी वोटिंग हो चुकी थी. सातवें चरण के चुनाव में लोगों की निगाहें मुख्यमंत्री ममता बैनर्जी के पूर्व विधानसभा क्षेत्र भवानीपुर पर लगी हुई हैं. यहां ममता बैनर्जी के भतीजे और टीएसी सांसद अभिषेक बनर्जी ने अपना वोट डाला.
सांसद अभिषेक बनर्जी ने अपना वोट डालने के बाद मीडिया से चर्चा में कहा कि ममता बनर्जी दो तिहाई बहुमत के साथ दोबारा वापसी करेंगी। यहां लोग मर रहे हैं और चुनाव आयोग ने एक विशेष पार्टी को जीताने के लिए आठ चरणों में मतदान करवा रहा है. वहीं दूसरी ओर कोलकाता में टीएमसी की सांसद नुसरत जहां ने अपने माता-पिता के साथ वोट डाला. इस दौरान नुसरत जहां ने चुनाव आयोग पर आरोप लगाते हुए कहा कि आयोग सिर्फ प्रधानमंत्री और गृह मंत्री की ही सुनता है.