कर्ण मिश्रा, ग्वालियर. मध्य प्रदेश के ग्वालियर में लगातार तीन दिनों से मानव शरीर के कटे हुए अंग मिल रहे थे. मामले की गंभीरता को देखते हुए 4 दिनों बाद पुलिस ने आखिरकार FIR दर्ज कर लिया है. पुलिस ने IPC की धारा 302 सहित अन्य धाराओं में FIR दर्ज कर लिया है और अज्ञात आरोपी की तलाश में जुट गई है. शव के टुकड़ों के DNA के बाद ही मृतक की पहचान हो सकेगी। जनकगंज थाना पुलिस मामले में आगे की कार्रवाई कर रही है.
मानव के कटे अंग मिलने के मामले पर ASP ने बताया कि शुरुआती जांच में मामला हत्या का प्रतीत हुआ. 29 सितंबर को कटे अंग मिलने का सिलसिला शुरु हुआ. 3 दिनों तक लगातार रामकुई के नाले में कुछ कुछ दूरी पर अंग मिले जिसके बाद 1 अक्टूबर की रात में FIR दर्ज की गई है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद DNA भी कराया जाएगा, ताकि शव की पहचान होने में मदद मिल सके. फिलहाल शहर के ही बहोड़ापुर थाना क्षेत्र से गुमशुदा व्यक्ति के परिजनों ने अज्ञात मानव अंगों को गुमशुदा सदस्य के होने की आशंका जाहिर की है. लेकिन DNA और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने तक कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी. फिलहाल साइंटिफिक रिपोर्ट के बाद आगे की जांच बढ़ाई जाएगी.
क्या है पूरा मामला?
जनकगंज थाना क्षेत्र में रामकुईया पुल के नीचे एक शव के कटे हुए अंग मिले थे. जिसकी सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस के पहुंचने से पहले वहां लोगों की भीड़ जुट गई थी. पुलिस ने देखा कि नाले में कचरे के ढेर में सिर्फ कमर का हिस्सा पड़ा हुआ है. पुलिस ने पहले इसे जानवर के अंग समझकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा जिसमे यह मानव के अंग होना पाया गया. इसके लगातार तीन दिनों से हाथ का पंजा, पैर का हिस्सा,जांघ सहित कुछ अन्य बॉडी पार्ट्स मिल रहे थे जिसके बाद सभी अंगों को जांच के लिए भेजा गया. डीएनए रिपोर्ट आने के बाद पुलिस इस मामले में आगे की कार्रवाई करेगी.
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