शिवम मिश्रा, रायपुर। छत्तीसगढ़ के पूर्व मंत्री राजेश मूणत की कथित सेक्स सीडी कांड केस में 7 साल बाद रायपुर कोर्ट में सुनवाई थी, लेकिन आरोपी कोर्ट नहीं पहुंचे. आरोपियों ने वकील के माध्यम से जानकारी दी है कि चुनाव और अन्य कारणों से उपस्थित नहीं हो पाएंगे. अब अगली सुनवाई 25 फरवरी को होगी.

कथित सेक्स सीडी कांड केस में कोर्ट ने मुख्य आरोपी कैलाश मुरारका, पूर्व CM के मीडिया सलाहाकार रहे विनोद वर्मा, भूपेश बघेल, विजय पांड्या, विजय भाटिया को समन जारी किया था. इस केस के एक आरोपी रिंकू खनूजा की मौत हो चुकी है.

जानिए क्या है सीडी कांड मामला

चर्चित अश्लील सीडी कांड की शुरूआत 27 अक्टूबर, 2017 को पूर्व सीएम और पीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल के बंगले से हुई थी. दरअसल, भूपेश बघेल ने 27 अक्टूबर की सुबह 6 बजे एक प्रेस कांफ्रेंस की थी, जिसमें उन्होंने मीडिया को एक सीडी बांटी थी. इस सीडी में एक आपत्तिजनक वीडियो था, जिसे लेकर भूपेश ने दावा किया था कि महिला के साथ बेहद आपत्तिजनक स्थिति में दिखने वाला व्यक्ति मंत्री राजेश मूणत हैं. जिसके बाद वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ. लेकिन सीडी के सामने आने के बाद मंत्री राजेश मूणत ने इसका खंडन करते हुए सीडी को फर्जी बताया और तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह से इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की थी.

कथित सीडी के सामने आने के बाद छत्तीसगढ़ पुलिस ने कार्रवाई करते हुए गाजियाबाद से वरिष्ठ पत्रकार और पूर्व सीएम भूपेश बघेल के मिडिया सलाहकार विनोद वर्मा को गिरफ्तार किया था. इस मामले में पुलिस ने दावा किया था कि उनके निवास से इस अश्लील सीडी के वीडियो क्लिप की 500 सीडी और 2 लाख नगद जब्त किया था. यह कार्रवाई प्रकाश बजाज नामक एक व्यक्ति की शिकायत के आधार पर की गई थी.