नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने सेक्सटॉर्शन हनीट्रैप रैकेट (Sextortion Honeytrap Racket) का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने रैकेट के सरगना नीरज को गिरफ्तार किया है. आरोपी हरियाणा के बहादुरगढ़ का रहने वाला है. पुलिस ने बताया कि आरोपी नीरज ऐसे लोगों की तलाश में रहता था, जो आसानी से लड़कियों की जाल में फंस सकते थे. वो अपने 5 साथियों के साथ मिलकर लोगों को हनीट्रैप में फंसाता था और उन्हें सेक्सटॉर्शन के जाल में फंसाकर उनसे लाखों रुपए वसूलता था. पुलिस को हाल ही में पश्चिम विहार इलाके में रहने वाले एक शख्स से इस गिरोह की शिकायत मिली थी.

चाइल्ड पोर्नोग्राफी के खिलाफ ‘ऑपरेशन मासूम’, 50 आरोपी गिरफ्तार, 160 से ज्यादा FIR दर्ज

 

पुलिस ने आरोपी नीरज के पास से एक मोबाइल फोन, 4 सिम कार्ड, एक डेबिट कार्ड, एक स्कूटी और लोगों को ब्लैकमेल करने से संबंधित एक हाथ से लिखी स्क्रिप्ट भी बरामद की है. सेक्सटॉर्शन का यह धंधा पश्चिम विहार स्थित एक फ्लैट के अंदर चल रहा था और इस गैंग के सदस्यों ने ये फ्लैट किराए पर लिया हुआ था.

 

युवती ने बनाए अंतरंग संबंध, वसूल किए 3 लाख रुपए

क्राइम ब्रांच के अधिकारी ने बताया कि पश्चिम विहार ईस्ट थाने में एक शिकायत मिली कि एक व्यक्ति को सेक्सटॉर्शन करने वाले गैंग ने अपने जाल में फंसाकर उनसे 3 लाख रुपए की रकम वसूली है. पीड़ित ने आधे पैसे नकद और डेढ़ लाख रुपए अकाउंट के जरिए ट्रांसफर किए थे. पीड़ित ने पुलिस को बताया कि वह सोशल मीडिया के माध्यम से एक लड़की के प्रोफाइल के संपर्क में आया था. सोशल मीडिया के माध्यम से ही उस लड़की के साथ इस व्यक्ति की वीडियो चैटिंग भी होने लगी और उस लड़की ने इस व्यक्ति को मिलने के लिए भी बुलाया. जहां पर युवती ने इस व्यक्ति के साथ अंतरंग संबंध बनाए और इसी दौरान गैंग के अन्य सदस्य कमरे में दाखिल हो गए. उन लोगों ने पुलिस का डर दिखाकर इस व्यक्ति से 3 लाख रुपये वसूल कर लिए.

गाड़ी का शीशा तोड़ लैपटॉप चोरी करने वाले गैंग का नोएडा पुलिस ने किया पदार्फाश

 

10वीं तक आरोपी ने की है पढ़ाई

पुलिस के अनुसार, नीरज की गिरफ्तारी 3 दिसंबर को प्रशांत विहार, रोहिणी में PVR सिनेमा के पास से गिरफ्तार हुआ. इसके गैंग में 2 युवतियों समेत 6 लोग शामिल हैं. आरोपी महज 10वीं तक पढ़ा है. इसके खिलाफ हरियाणा में 2 आपराधिक मामले दर्ज हैं. बीते डेढ़ साल में ये लोग चार दर्जन से ज्यादा लोगों को अपना शिकार बना चुके थे. ये गैंग पीड़ित से 5 से 10 लाख रुपए तक वसूलता था.

 

लॉकडाउन का उठाया फायदा

आरोपी नीरज ने पहले लड़की के नाम पर फेसबुक पर फर्जी प्रोफाइल बनाया, फिर उससे कई लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजे. फिर लोगों को फंसाने के लिए ये चैटिंग करते थे. गैंग की महिला सदस्य वीडियो कॉल करके जाल में फंसे व्यक्ति को अपनी तरफ आकर्षित करतीं. इसके बाद उसे कहीं पर मिलने के लिए बुलाया जाता. जब वह व्यक्ति का युवती से किसी कमरे में मिलता, तभी गैंग के अन्य सदस्य पुलिसकर्मी बनकर वहां पहुंच जाते. इसके बाद पीड़ित को धमकाया जाता और उससे रुपए वसूले जाते थे.