रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) में तैनात एक महिला कांस्टेबल ने वरिष्ठ अधिकारी पर यौन शोषण का आरोप लगाया है. उसने पत्र लिख कर पश्चिम रेलवे के अपर महाप्रबंधक से इसकी शिकायत की है. इसमें महिला ने बताया है कि वरिष्ठ अफसर तीन साल से उसका यौन शोषण कर रहा है.
एक मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि चिट्ठी में लिखा है कि वह अकेली नहीं है. विभिन्न रेलवे मंडलों के आरपीएफ में कार्यरत कई महिला कांस्टेबल यौन उत्पीड़न की शिकार हैं. ये सभी जांच में सहयोग के लिए तैयार हैं. पीड़िता का दावा है कि उक्त अधिकारी को महिला आरक्षक (कांस्टेबल) मुहैया कराने में तीन आरपीएफ निरीक्षक शामिल हैं. इनमें दो निरीक्षक (एक महिला और एक पुरुष) मुंबई मंडल में और एक महिला निरीक्षक दाहोद में कार्यरत है. सभी पीड़ित महिला कांस्टेबल इस वरिष्ठ अधिकारी के खिलाफ बोलने को तैयार हैं.
अधिकारी पर गंभीर आरोप
महिला कांस्टेबल का आरोप है कि उनका वरिष्ठ अधिकारी अय्याश प्रवृत्ति का है. कांस्टेबल से लेकर निरीक्षक रैंक तक की महिला कर्मचारियों को वह नहीं छोड़ता है. तबादले की धमकी देकर उनका यौन शोषण करता है. यदि कोई उसकी बात नहीं मानती हैं तो उनकी नौकरी खाने की धमकी देता है.
उसका कहना है कि दूसरे मंडल से स्थानांतरित होकर आई महिला कांस्टेबलों को पोस्टिंग के लिए हेड क्वार्टर में रखा जाता है, यहां इंतजार करने के नाम पर उनका यौन शोषण किया गया.
उक्त मीडिया रिपोर्ट में सुमित ठाकुर, सीपीआरओ, पश्चिम रेलवे के हवाले से बताया गया है कि इस मामले में एक अज्ञात पत्र मिला है. जिसकी जांच की जाएगी.