नई दिल्ली। किसान आंदोलन के बीच सिखों की सबसे बड़ी संस्था शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) ने गुरु तेग बहादुर साहिक के शताब्दी पर्व पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को बुलाने से इंकार कर दिया है। एसजीपीजी प्रमुख बीबी जागिर कौन ने कहा है कि प्रकाश पर्व के लिए प्रधानमंत्री को न्यौता नहीं भेजा जाएगा। अगर वो आना चाहते हैं तो सामान्य श्रद्धालु बनकर आ सकते हैं।
जागीर कौर ने एबीपी न्यूज चैनल से बातचीत में कहा, “लोगों में बड़ा गुस्सा है बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उस गुस्से की वजह से समागम में बड़े लोगों का विशेष निमंत्रण हम नहीं दे सकते। क्योंकि हालत ठीक नहीं है और खराब हालत में बुलाना ठीक नहीं ।एसजीपीसी एक जिम्मेदार संस्था है जिसे लोगों की भावना का भी ख्याल रखना है मर्यादा का पालन भी करना है और आए हुए अतिथि के सम्मान में कोई फर्क ना पड़े उस बात का भी ख्याल रखना है।”
रिपोर्टर ने एसजीपीसी प्रमुख से सवाल किया- मैं समझ नहीं पा रहा कि क्या किसानों की बात पीएम सुन नहीं रहे इस वजह से आप पीएम को भुला नहीं रहे या फिर आपकी कोई ऐसी मजबूरी है क्या इंतजाम नहीं कर सकेंगे तैयारियों तो पीएम की टीम को देखनी है और पहले भी इंतजाम किए गए हैं आप सीधा सीधा बताइए कि नहीं होता क्यों नहीं दे रहे हो।
जवाब- जागीर कौर ने आगे कहा “संस्था के लिए तो मुश्किल ही नहीं आ सकती की तैयारियां नहीं की जा सकती है खुले पंडाल लगते हैं। हर आने वाले की आवभगत कर सकते हैं। बुलाना ही नहीं चाहते का मतलब यह नहीं कि वह अगर आ गए तो हम कह दें आप क्यों आए, हम यह नहीं कह सकते। श्रद्धालु बनकर कोई भी आ सकता है लेकिन विशेष निमंत्रण नहीं दे सकते। जिस कुर्सी पर बैठे हैं वहां से हमें ही मारने लग जाए तो इंसाफ कहां से लेंगे पाकिस्तान जाकर तो इंसाफ नहीं मांगेंगे। सबके मन में एक ही गुस्सा है कि पीएम को अपना बच्चा अपना परिवार समझकर सोचना चाहिए था। उनको दया दिखानी चाहिए थी, सत्कार दिखाना चाहिए था।”
एसजीपीसी प्रमुख ने आगे कहा, “मेरा ख्याल है कि प्रधानमंत्री लोगों को बुलाकर उनसे बात करने के बाद जरूर हल हो जाएगा पीएम को उनसे मिलना चाहिए ताकि किसान किसानों को किस उनके फैसला कर सकें।”