ऑपरेशन सिंदूर के बाद से पाकिस्तान डर के साये में जी रहा है और अलग-अलग देशों के सामने हाथ फैलाकर भीख मांगने में जुटा हुआ है. इस बीच सऊदी अरब ने शहबाज शरीफ की झोली को भरने के लिए आगे आया है, जिससे पाकिस्तान के खजाने में बहुत पैसे आएंगे. सऊदी और पाकिस्तान के बीच हुए एक सीक्रेट डिफेंस डील का खुलासा हुआ है. इस डील के तहत पाकिस्तान अपने 25,000 सैनिकों को सऊदी अरब में तैनात करेगा और इसके बदले सऊदी पाकिस्तान में 10 अरब डॉलर का निवेश करेगा.
सऊदी-पाकिस्तान के बीच डिफेंस डील
इजरायल ने पिछले महीने कतर की राजधानी दोहा में एयरस्ट्राइक किया था, जिसके बाद से अरब देशों में सनसनी फैल गई. हमले के ठीक बाद अचानक से पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ और आर्मी चीफ असीम मुनीर ने सऊदी अरब का दौरा किया था. इस दौरान क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान और शहबाज शरीफ ने एक डिफेंस डील पर हस्ताक्षर किए थे.
सऊदी अरब में अपनी सेना तैनात करेगा पाकिस्तान
रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तानी सैनिकों की तैनाती सऊदी अरब पर होने वाले किसी हमले से उसकी रक्षा करने के लिए होगी. इस रक्षा समझौते में ये भी जिक्र किया गया है कि सऊदी अरब की सरकार भारत और अफगानिस्तान के साथ पाकिस्तान के चल रहे तनाव को कम करने में मदद करेगी.
इस डील के तहत पाकिस्तानी सेना अपनी 4 ब्रिगेड को सऊदी अरब में तैनात करेगी. इसके अलावी पाकिस्तानी एयर फोर्स (PAF) की 2 स्क्वाड्रन और 2 नेवल फ्लीट को भी यहां तैनात किया जाएगा. पाकिस्तान सऊदी अरब के साथ मिलकर एक एडवांस एयर डिफेंस सिस्टम और रॉकेट फोर्स कमांड बनाने की प्लानिंग कर रहा है.
पाकिस्तान सऊदी को सैन्य उपकरण, गोला-बारूद, मोर्टार, टैंक और कम दूरी की मिसाइलें भी उपलब्ध कराएगा. शुरुआत में पाकिस्तान सऊदी के अलग-अलग सैन्य ठिकानों और शहरों में 25,000 सैनिक तैनात करेगा. हर सैनिक को 6,000 सऊदी रियाल (करीब 1600 अमेरिकी डॉलर) प्रति माह दिया जाएगा.
दोनों देश की सेना साथ करेगी ट्रेनिंग
एक पाकिस्तानी सेना की ब्रिगेड में 8 यूनिट होती है और प्रत्येक यूनिट में 850 सैनिक होते हैं. इन 4 ब्रिगेड में आर्मर्ड, आर्टिलरी, पैदल सेना और रॉकेट फोर्स यूनिट शामिल होगी. सऊदी अरब में कमांड ऑपरेशन के लिए पाकिस्तान एक थ्री-स्टार लेफ्टिनेंट जनरल, दो मेजर जनरल और आठ ब्रिगेडियर नियुक्त करेगा. वायुसेना और नौसेना के अधिकारी अपने सऊदी समकक्ष से संपर्क करेंगे और संयुक्त अभियान, ट्रेनिंग करेंगे.
पांचवीं पीढ़ी का फाइटर जेट खरीदेगा सऊदी?
सऊदी अरब ने पाकिस्तान के साथ डिफेंस डील किया है ताकि किसी भी खतरे से निपटने के लिए चीनी सैन्य उपकरण खरीदे जा सकें. सऊदी अरब पाकिस्तान से जेएफ-17 और जे-10 खरीदना चाहता है. इजरायल से किसी भी संभावित खतरे का मुकाबला करने के लिए सऊदी अरब चीन के साथ पांचवीं पीढ़ी के फाइटर जेट खरीदने पर चर्चा भी कर रहा है.
सऊदी अरब का पाकिस्तान में 10 अरब डॉलर का निवेश वहां के इंफ्रास्ट्रक्चर, खनन, ऊर्जा और सुरक्षा के क्षेत्र में होगा. इसके अलावा, सऊदी अरब पाकिस्तान के साथ अपने द्विपक्षीय व्यापार को सभी क्षेत्रों में सालाना 5 अरब अमेरिकी डॉलर से बढ़ाकर 15 अरब अमेरिकी डॉलर करेगा.
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