अजयराविंद नामदेव, शहडोल. मध्य प्रदेश के शहडोल जिले में झाड़-फूंक, अंधविश्वास और दगना जैसे कुप्रथा के मामले थमने का नाम नहीं ले रहा है. एक बार फिर एक मासूम दगना कुप्रथा का शिकार हुआ है. यहां एक माह के मासूम बच्ची को गर्म सलाखों से दागा गया. जिससे मासूम की मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान मौत हो गई.
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पूरा मामला जिले के बुढार ब्लाक के लालपुर का है. यहां दो माह की एक बच्ची बीते एक महीने से निमोनिया से पीड़ित थी. बच्ची को निमोनिया के चलते सांस लेने में तकलीफ हो रही थी. इसी बीच अंधविश्वास के शिकार परिजनों ने उसे गर्म सलाखों से दगवाया. जिसके बाद उसकी हालत गंभीर हो गई. जिसके बाद परिजनों ने आनन-फानन में उसे मानपुर स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया. जहां से उसे मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया गया था.
बताया जा रहा है कि बच्चे की हालत ज्यादा बिगड़ने पर मेडिकल कालेज शहड़ोल में भर्ती कराया गया है. जहां ऑक्सीजन सपोर्ट पर जिंदगी मौत की जंग लड़ रही बच्ची ने दम तोड़ दिया. फिलहाल मामले में की ताई सहित बच्चे के दादा व मां के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है.
गौरतलब है कि जिले में मासूम बच्चों को गर्म सलाखों से दागने के लगातार मामले में सामने आ रहे हैं. गर्म सलाखों से दागने के चलते उपचार के दौरान मासूमों की मौत भी हो चुकी है. दगना कुप्रथा चलते 1 माह के अंदर 4 से अधिक मासूम बच्चों जान जा चुकी है.
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