शहडोल। मध्य प्रदेश में कोरोना महामारी जहां थमने का नाम नहीं ले रही है, वहीं प्रदेश में कालाबाजारी भी अपने चरम सीमा पर है. इसका नया मामला शहडोल मेडिकल कॉलेज में सामने आया है. यहां रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वाले 4 आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने रासुका की कार्रवाई की है.

पूरा मामला शहडोल मेडिकल कॉलेज का है. यहां कालाबाजारी करने वाले कोई और नहीं बल्कि मेडिकल कॉलेज में पदस्थ कर्मचारी ही हैं. जानकारी के मुताबिक इस पूरे मामले की मास्टरमाइंड स्टाफ नर्स सुषमा साहू है, जो मरीजों को लगने वाले रेमडेसिविर इंजेक्शन को न लगाकर उसे मेडिकल कालेज के सामने मेडिकल संचालक अमित मिश्रा को अच्छे दामों में बेचती थी. जबकि लैब टेक्नीशियन एवं लैब अटेंडेंट बाजार में जरूरतमंदों का फायदा उठाकर इंजेक्शन की कालाबाजारी करते थे. वहीं शहडोल के एक दिवसीय दौरे पर आए सीएम ने संभाग में समीक्षा बैठक में तल्ख लहजे में कहा इंजेक्शन व दवाओं की कालाबाजारी करने वालों पर रासुका लगाएं और जेल भेजें.

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बता दें कि इस कालाबाजारी में मेडिकल कॉलेज के कोविड वार्ड में पदस्थ लैब टेक्नीशियन उज्जवल द्विवेदी, मेडिकल स्टोर्स संचालक अमित मिश्रा, लैब अटेंडेंट दीपक गुप्ता एवं स्टाफ नर्स सुषमा साहू शामिल हैं. इन सभी आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने रासुका की कार्रवाई की है.

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