अजयारविंद नामदेव। मध्य प्रदेश के शहडोल जिले के सीवरेज पाइपलाइन हादसे में आखिरकार पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए निर्माण कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर, सुपरवाइजर और सब इंजीनियर सहित पांच लोगों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या जैसे अपराध में मामला दर्ज कर लिया है। यह कार्रवाई पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और पुलिस जांच के बाद की गई।

बता दें कि शहडोल जिले के सोहागपुर थाना क्षेत्र के कोनी में अहमदाबाद की मेसर्स पी.सी. स्नेहल कंस्ट्रक्शन प्रा. लि. द्वारा सीवरेज लाइन बिछाने का कार्य चल रहा था। गड्ढे की खुदाई कार्य करते समय 17 जुलाई को अचानक मिट्टी खिसकने की वजह से कोटमा के निवासी दो भाई मुकेश बैगा और महिपाल बैगा की 12 फीट गहरे मिट्टी के ढेर में दबने से मौत हो गई थी। 15 घंटे से अधिक समय तक चले रेस्क्यू के बाद दोनों मजदूरों का शव निकाला गया था। 

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इस मामले में पुलिस ने पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर सोहागपुर पुलिस ने घटना के लिए पांच लोगों को जिम्मेदार मानते हुए मेसर्स पी.सी. स्नेहल कंस्ट्रक्शन प्रा. लि. अहमदाबाद कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर आर राजू , प्रोजेक्ट मैनेजर नितेश मित्तल , सुपरवाइजर राहुल साहू , सब इंजीनियर जेनेन्द्र सिंह यादव सहित पूजा नायक इन सभी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 106 बीएनएस के तहत थाना सोहागपुर में मामला पंजीबद्ध किया गया है।

यह हादसा एक बार फिर इस बात को उजागर करता है कि निर्माण कार्यों में मजदूरों की सुरक्षा को कितना नजरअंदाज किया जाता है। बिना हेलमेट, जैकेट या सेफ्टी गियर के गहरे गड्ढों में मजदूरों को उतार देना गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है। इस पूरे प्रोजेक्ट में न तो मिट्टी धंसने से रोकने के लिए कोई तकनीकी इंतजाम थे और न ही कोई निगरानी व्यवस्था। 

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